पटना के ज्ञान भवन में बिहार मदरसा बोर्ड का शताब्दी समारोह के दौरान वेतन नहीं मिलने से नाराज होकर कुछ शिक्षकों ने हंगामा शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश के अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम से निकलने के बाद मदरसा बोर्ड के कुछ शिक्षकों ने वेतन नहीं मिलने को लेकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। सीएम नीतीश कुमार यहां अल्पसंख्यकों से संवाद करने और अपने सरकार के कार्यों से उनको अवगत कराने पहुंचे थे। इसी दौरान मदरसा शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर हंगामा किया। शिक्षकों का हंगामा पेंडिंग वेतन को लेकर था।

सीएम नीतीश कुमार को कागजात देने की कोशिश
सीएम नीतीश कुमार मदरसा बोर्ड के 100वीं वर्षगांठ के लिए पहुंचे थे। इस समारोह में मदरसा शिक्षकों ने सीएम की स्पीच पूरी होने के बाद जमकर हंगामा किया। इस दौरान प्रतिभागियों के एक ग्रुप ने सीएम नीतीश कुमार को कुछ कागजात देने की कोशिश की। जिसमें लोग सीएम की तरफ कागज बढ़ाते दिख रहे हैं। नीतीश कुमार ने कुछ लोगों से उनके हाथ का कागज खुद लिया, लेकिन मदरसा शिक्षकों की नाराजगी बढ़ती देख नीतीश कुमार को वहां से निकाला गया।
ये है हंगामे की वजह
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के बापू सभागार में अल्पसंख्यक संवाद बुलाया था। इस संवाद के लिए पूरे बिहार से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग पहुंचे थे। जगह कम पड़ गई। जितने लोग अंदर थे उससे ज्यादा बाहर थे। बड़ी संख्या में मदरसा शिक्षक पहुंचे थे। शिक्षकों से कहा गया था कि उनके मानदेय के लिए नीतीश कुमार बड़ा ऐलान करेंगे। लेकिन, सीएम की स्पीच में ऐसा कुछ नहीं था। जिसके बाद पूरे सभागार में हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान आक्रोशित शिक्षक पर्चे लहराने लगे। मुस्लिम मदरसा शिक्षकों ने ग्रांट के लिए विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों का कहना है कि 2011 में नीतीश कुमार ने वादा किया था 2459 प्लस मदरसो को तनख्वाह देंगे। उनमें से 1646 मदरसे बच गए हैं।