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Bihar के जमुई जिले से लगातार दो बार सांसद रह चुके चिराग पासवान ने सीट बदलते हुए हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार के रूप में लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान गुरुवार 2 मई नामांकन करेंगे।
चिराग लगातार दो बार जमुई से सांसद बन चुके हैं
इससे पहले वह लगातार दो बार जमुई से सांसद बन चुके हैं। लेकिन इस बार वो जमुई में अपने बहनोई अरुण भारती को उतारा है जबकि ख़ुद हाजीपुर से लड़ रहें हैं। जबकि 2019 में हाजीपुर सीट से चिराग के चाचा और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने लोजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। उस वक्त पार्टी और परिवार एकजुट था। लेकिन रामविलास के निधन के बाद पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच मतभेद हो गया और उन्होंने चिराग से संबंध तोड़ लिए।
काफ़ी विवाद के बाद हाजीपुर सीट चिराग को मिली
मतभेद के बाद रिश्तों में दरार आ गई और इससे पार्टी को भी दो टुकड़ों में विभाजित कर दिया था। दोनों गुट एनडीए का हिस्सा हैं। हालांकि हाजीपुर सीट को लेकर चाचा-भतीजे में काफी विवाद हुआ पर अंततः हाजीपुर सीट चिराग के पाले में गई।
हाजीपुर से नामांकन के बाद चिराग विशाल जनसभा में लेंगे भाग
वहीं आज चिराग हाजीपुर से अपना नामांकन करेंगे। चिराग पासवान के नामांकन के पश्चात एक विशाल जनसभा का आयोजन किया जाएगा। यह जनसभा हाजीपुर के सुभाष चौक स्थित संस्कृत महाविद्यालय में होगी। इस जनसभा में एनडीए के कई बड़े नेता शिरकत करेंगे। चिराग के नामांकन में शामिल होने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी सहित बिहार NDA के तमाम बड़े नेता हाजीपुर पहुंच चुके हैं।
दिवंगत रामविलास पासवान की कर्मभूमि कहा जाता हाजीपुर संसदीय क्षेत्र
बता दें कि हाजीपुर को दिवंगत रामविलास पासवान की कर्मभूमि कहा जाता है। इस सीट से उनके पिता रामविलास पासवान चुनाव लड़ा करते थे। यह पहली बार है जब चिराग पासवान हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
Bihar के हाजीपुर में चिराग का मुख्य मुकाबला राजद के शिवचंद्र राम से
Bihar के हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से चिराग का मुख्य मुकाबला राजद के शिवचंद्र राम से है। वह पहले ही अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं।