Bihar: अब नया अभियान शुरू करने की तैयारी में पीके, नीतीश की जीत का कारण “महिलाओं” पर होगा फोकस

Neelam
By Neelam
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बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने वाले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने क बार फिर कमर कस ली है। एक बार फिर प्रशांत किशोर नए अभियान की तैयारी में जुट गए हैं। करारी हार का सामना करने के बाद शुक्रवार को भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय मौन व्रत के बाद नए संपक्ल के साथ सामने आए हैं। गुरुवार को उन्होंने 24 घंटे का मौन उपवास रखकर आत्ममंथन किया। शुक्रवार मौन व्रत तोड़ते हुए बड़ा ऐलान किया।

15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा करेंगे शुरू

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि वे 15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे। इस यात्रा के दौरान वे राज्य के 1 लाख 18 हज़ार वार्डों में उन महिलाओं से मुलाक़ात करेंगे, जिन्हें सरकार द्वारा 10 हजार रुपये की राशि मिली है। इसके साथ ही उन्हें बिहार सरकार की ओर से दिए जाने वाले 2 लाख रुपये के लाभ के लिए फॉर्म भरवाने का काम भी करेंगे।

लोकलुभावन वादे से जनता को भ्रमित करने का आरोप

प्रशांत किशोर ने सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा, सरकार ने चुनाव से ठीक पहले गरीब वोटरों को 10,000 देकर वोट खरीदा और 2 लाख रुपये देने का लोकलुभावन वादा कर जनता को भ्रमित किया। बिहार चुनाव में इस बार पैसे से वोट खरीदने का खुला खेल देखने को मिला। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार सरकार के पास इस काम के लिए पैसा नहीं था पर वर्ल्ड बैंक के कर्ज के पैसे को डायवर्ट करके लोगों के खाते में भेजे गए।

सरकार के वादे को बनाया जनसुराज का अभियान

बिहार सरकार ने दो-दो लाख देने का वादा भी किया है। जनसुराज इसे अभियान के रूप में पूरे बिहार में वार्ड स्तर पर चलाएगा। सभी महिलाओं के फॉर्म भरवाकर सरकार तक पहुंचाए जाएंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार ने जिन महिलाओं को दस हजार रुपये दिए हैं, उनके काम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जनसुराज ले रहा है। सरकार या प्रशासन के अधिकारी यह कह सकते हैं कि यदि महिलाओं ने फॉर्म नहीं भरा तो ऐसा कहने का अवसर नहीं दिया जाएगा।

बिहार के समाज में अपार ताकत-पीके

पीके ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में जन सुराज एक बड़े जन-परिवार के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में लंबे समय से जातीय विभाजन, पैसे की ताकत और धार्मिक ध्रुवीकरण हावी रहा है, जिसका असर चुनावों में साफ दिखता है। उन्होंने कहा कि बिहार के समाज में अपार ताकत है, लेकिन वर्षों से बनी खाई को भरने में समय लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में परिवर्तन तभी संभव है जब समाज स्वयं जागरूक होकर अपने अधिकार और कर्तव्य को समझे।

मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने की तैयारी

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से जनसुराज पार्टी हतोत्साहित नहीं है, बल्कि वह और अधिक ताकत के साथ एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

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