बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पूरा दमखम झोंक दिया है। इस बीच कांग्रेस वर्किंग कमेटी की इस बार की मीटिंग दिल्ली की जगह बिहार की राजधानी पटना में होने वाली ह। पटना में आज को सीडब्ल्यूसी की बैठक होनी है। बैठक को लेकर कांग्रेस दफ्तर सदाक़त आश्रम पूरी तरह से सज चुका है।

पटना में आज होने वाली सीडब्ल्यूसी की बैठक में ‘वोट चोरी’ और अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ सहित राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस मीटिंग का खास मकसद है कि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की स्थिति को और मजबूत किया जाए और लोगों को पार्टी की ताकत का एहसास कराया जाए।
देशभर के 170 से ज्यादा नेता आ रहे पटना
पार्टी का दावा है कि यह बैठक बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन का नया अध्याय लिख सकती है। पटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि इसमें देशभर के 170 से ज्यादा नेता, तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव दीपा दास मुंशी और सैयद नासिर हुसैन, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार समेत कई शीर्ष नेता शामिल होंगे।
आजादी के बाद पहली बार पटना में सीडब्ल्यूसी की बैठक
आजादी के बाद पहली बार सीडब्ल्यूसी की बैठक पटना में आयोजित हो रही है। यह बैठक सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए शक्ति प्रदर्शन का मंच है। पार्टी का फोकस बिहार विधानसभा चुनाव पर है और तेलंगाना की तरह यहां भी रणनीति बनाने का दावा किया जा रहा है।
क्या है कांग्रेस वर्किंग कमेटी?
कांग्रेस में “सीडब्ल्यूसी” यानी “कांग्रेस वर्किंग कमेटी” सबसे बड़ी कमेटी है। यह कमेटी पार्टी के लिए बड़े और जरूरी फैसले लेती है, जैसे चुनाव में क्या करना है, कैसे काम करना है, और पार्टी से जुड़े दूसरे अहम निर्णय भी लेती है। इस कमेटी में कुछ खास लोग होते हैं, जैसे पार्टी के अध्यक्ष, पुराने अध्यक्ष और जो भी प्रधानमंत्री रहे हों या अभी हैं। ये लोग तो हमेशा इस कमेटी का हिस्सा होते हैं। इनके अलावा कुछ परमानेंट और स्पेशल मेंबर भी होते हैं। जो नई सीडब्ल्यूसी बनी है, उसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मनमोहन सिंह, ए.के. एंटनी, अंबिका सोनी, मीरा कुमार, दिग्विजय सिंह, पी. चिदंबरम, तारिक अनवर, मुकुल वासनिक, आनंद शर्मा, अशोक चव्हाण, अजय माकन, चरणजीत सिंह चन्नी, कुमारी शैलजा, शशि थरूर, सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद, अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश, जितेंद्र सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला, भूपेश बघेल जैसे बहुत सारे सीनियर नेता हैं।