Bihar: पुलवामा से जुड़ रहे लाल किला धमाका के तार, दिल्ली और आस-पास रात भर चला ऑपरेशन, कई हिरासत में

Neelam
By Neelam
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देश की राजधानी दिल्ली सोमवार शाम भीषण धमाके से दहल उठी। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ भरे इलाके में कार में हुए जोरदार धमाके में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए। धमाके से कई गाड़ियों में आग लग गई। प्रारंभिक जांच में आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है।

कई बार खरीद-बिक्री हुई विस्फोट में इस्तेमाल कार

देश को दहला देने वाली इस घटना के बाद सघन जांच जारी है। सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर जांच में जुटी हैं। अभी तक की जांच में यही बता चला है कि इस विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल हुआ था। इस कार का नंबर हरियाणा का है और यह गाड़ी मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। हालांकि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हुई थी।

पुलवामा से कनेक्शन

पुलिस ने कार के मालिक मोहम्मद सलमान को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। देवेंद्र ने उसे अंबाला में किसी तीसरे को बेच दिया। वहां से कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान बलिदान हुए थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही थी। 

दिल्ली के होटलों में रातभर चली छापेमारी

इधर, दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद दरियागंज से लेकर पहाड़गंज तक दिल्ली पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस की टीम ने सभी होटलों के रजिस्टर चेक कर तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने शक होने पर 4 लोगों को हिरासत में भी लिया। चारों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

फरीदाबाद में रात भर चला कॉम्बिंग ऑपरेशन

उधर, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के सामने आने बाद लगातार पुलिस एक्शन में है। फरीदाबाद के धौज थाना क्षेत्र में रात भर कांबिंग सर्च ऑपरेशन चला है। लाल किला धमाके के तार भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

फरीदाबाद मॉड्यूल के दूसरे एक्टिव ग्रुप पर शक

जांच एजेंसियों को शक है कि सोमवार को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। उसी मॉड्यूल के एक से ज्यादा ग्रुप एक्टिव हैं। एक ग्रुप की जानकारी दूसरे ग्रुप के लोगों को नहीं होती है। एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का खुलासा किया, दूसरे मॉड्यूल ने ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा।

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