बिहार की राजनीति में एक और नए राजनीतिक प्रयोग की आहट सुनाई देने लगी है। विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की करारी हार के बीच, पार्टी से निष्कासित नेता ऋतु जायसवाल ने तेजस्वी यादव को एक बड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है। पूर्व में आरजेडी की महिला अध्यक्ष रहीं ऋतु जायसवाल ने नई पार्टी बनाने के बार में सोच रही हैं। इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से दी है।

ऋतु जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ये संकेत दिया है। उन्होंने महिलाओं और युवाओं को केंद्र में रखकर नई राजनीति की बात कही है। रितु जायसवाल ने अपने पोस्ट में लिखा कि वे बिहार के युवाओं, खासकर महिलाओं से सीधा संवाद करेंगी और उसी संवाद के निष्कर्ष के आधार पर एक नई पार्टी के गठन पर निर्णय लेंगी।
परिवारवाद की राजनीति पर कड़ा प्रहार
ऋतु जायसवाल ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा है, अगले कुछ महीनों में मैं बिहार के युवाओं से, खासकर महिलाओं से, संवाद करूंगी। इस संवाद के आधार पर मैं एक राजनीतिक पार्टी बनाने पर विचार करूंगी। एक ऐसी राजनीतिक पार्टी, जहां महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिले, जहां युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले, जहां टिकटों की खरीद–फरोख्त न होती हो, और जहां परिवारवाद के लिए कोई जगह न हो।
निर्दलीय चुनाव लड़कर दिखा चुकीं हैं अपनी ताकत
बता दें कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में परिहार सीट से बीजेपी की गायत्री देवी 82644 लाकर जीती हैं। यहां से आरजेडी से बागी होकर निर्दलीय मैदान में उतरीं ऋतु दूसरे नंबर पर रही थीं। आरजेडी की स्मिता गुप्ता तीसरे नंबर पर रही थीं। जायसवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 65 हजार से अधिक वोट हासिल कर पार्टी उम्मीदवार को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद ऋतु ने सोशल मीडिया पर लिखा था- ‘खुद को चाणक्य समझने की भूल में किस तरह जीती हुई सीटें गंवाई जाती हैं – यह बात आरजेडी के सलाहकार से सीखी जा सकती है। परिहार इसका जीता-जागता उदाहरण है।
पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा
ऋतु जायसवाल को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में परिहार सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। यह फैसला पार्टी अनुशासन के उल्लंघन के आधार पर लिया गया। इससे पहले वे लगातार पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ती रही थीं। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी वे राजद के टिकट पर परिहार से उतरी थीं, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में शिवहर सीट से भी उन्होंने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वहां भी उन्हें सफलता नहीं मिली।

