पाकिस्तान के हमले में बिहार का एक और जवान शहीद हो गया है।12 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन अटैक किया था, इसके सीवान के आर्मी जवान रामबाबू प्रसाद घायल हो गए थे। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। आज सुबह उनकी शहादत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। इस हमले से पहले उन्होंने पत्नी से फोन पर बात की।

वर्ष 2018 में भारतीय सेना में शामिल हुए रामबाबू जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात थे। दोनों देशों के बीच सीज़फायर होने के बावजूद सोमवार को अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 संचालित करते समय गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन, इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
शहादत पर गर्व कर रहा पूरा गांव
रामबाबू प्रसाद सिवान के गौतम बुद्ध नगर थाना क्षेत्र के वसिलपुर गांव के रहने वाले थे। रामबाबू के शहादत की खबर से गांव ही नहीं पूरे सीवान में मातम पसर गया। गांव में रामबाबू के घर पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं। गांव वालों ने बताया कि रामबाबू बचपन से ही देश की सेवा करना चाहते थे। उनकी शहादत पर गांव को गर्व है, लेकिन उनका यूं चले जाना सभी के लिए बहुत दुख की बात है।
चार माह की गर्भवती है पत्नी
शहीद के ससुर सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी अंजली की शादी रामबाबू से 14 दिसंबर 2024 को हुई थी। अंजली एयर इंडिया में कार्यरत हैं और इस समय चार माह की गर्भवती हैं। सोमवार को दोपहर 11 बजे तक दोनों के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इसके कुछ ही घंटों बाद सेना द्वारा घटना की सूचना दी गई। ससुर का कहना है कि जब सीमा पर सीज़फायर लागू है, तब इस प्रकार की घटना चिंताजनक और सवाल खड़े करने वाली है। परिजनों का कहना है कि छह महीना पहले ही रामबाबू की शादी हुई थी। लेकिन, दुश्मनों की गोली ने नई दुल्हन का सुहाग उजाड़ दिया।
राज्य सरकार देगी 50 लाख की सम्मान राशि
बीएसएफ जवान रामबाबू सिंह के शहीद होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि उनकी शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। वह इस घटना से काफी मर्माहत हैं। मुख्यमंत्री ने वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शहीद जवान रामबाबू सिंह के निकटतम आश्रित को राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जायेगी, साथ ही शहीद जवान रामबाबू सिंह का राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा।
पाक गोलीबारी बीएसएफ जवान भी शहीद
बता दें कि रामबाबू से एक दिन पहले, छपरा के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज भी पाक गोलीबारी में शहीद हो गए थे। वे जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में ड्यूटी पर थे। उनके पैर में गोली लगी और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। 12 मई को उनके गांव नारायणपुर में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।