पटना के पास पुनपुन नदी पर ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला की तर्ज पर केबल सस्पेंशन ब्रिज तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज इस ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि 06 सितंबर यानी कल से पितृपक्ष मेले की शुरुआत होने वाली है। इसे ध्यान में रखते हुए मेले से ठीक एक दिन पहले लक्ष्मण झूला को पर्यटकों और आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

पुनपुन नदी पर बन रहे केबल सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है। करीब 320 मीटर लंबे इस आधुनिक पुल का निर्माण कार्य 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है और कुछ ही दिनों में इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
6 साल 7 महीने में बनकर तैयार हुआ पुल
पथ निर्माण विभाग के अनुसार, इस ब्रिज का निर्माण कार्य 31 अगस्त 2019 को शुरू किया गया था। इसके नर्माण में करीब 6 साल 7 महीने लग गए। इसकी शुरुआती लागत 46 करोड़ 77 लाख रुपये थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 82 करोड़ 99 लाख रुपये कर दिया गया। पथ निर्माण मंत्री नितीन नवीन ने बताया कि यह पुल आधुनिक इंजीनियरिंग का बेहतरीन उदाहरण है और जल्द ही इसे आम लोगों के लिए समर्पित किया जाएगा।
पुल की खासियतें
हल्के वाहनों के लिए बने केबल सस्पेंशन ब्रिज की कुल लंबाई 320 मीटर है। सस्पेंशन डेक की लंबाई 120 मीटर है। संपर्क पथ 135 मीटर लंबा है और डक्ट की लंबाई 200 मीटर। पुल के निर्माण में 18 मजबूत केबल का इस्तेमाल किया गया है। पाइलॉन की ऊंचाई 100 फीट।
लोगों को मिलेगी ये सुविधाएं
बिहार का ये पहला केबल सस्पेंशन ब्रिज पटना के पुनपुन स्थित अंतरराष्ट्रीय पिंडदान स्थल के पास पुनपुन नदी के ऊपर बनाया गया है। इसके बन जाने से पितृपक्ष में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को घाट तक पहुंचने में काफी सुविधा होगी। पहले श्रद्धालुओं को पटना-गया रोड से लंबी दूरी तय करना पड़ता था। अब इस लक्ष्मण झूला पर चढ़कर आसानी से घाट तक आ सकते हैं।