डिजिटल डेस्क। कोलकाता : भाजपा नेता अमित मालवीय के एक बयान ने बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी है। मालवीय ने कहा था कि भारत में ‘बांग्ला भाषा’ नाम की कोई भाषा नहीं है, बल्कि ‘बंगाली’ एक सांस्कृतिक और जातीय पहचान है। इस बयान पर बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
बनर्जी ने कहा कि अमित मालवीय को बांग्ला भाषा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर मालवीय भारतीय होते, तो उन्हें बांग्ला भाषा के महत्व का पता होता। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग बंगाल के योगदान को नहीं समझते, उनसे भारत के बारे में जानकारी की उम्मीद करना गलत है।
दूसरी ओर, भाजपा नेता और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने इस बयान का खंडन किया। उन्होंने कहा कि अमित मालवीय ने ऐसा कुछ नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर आधिकारिक बयान केवल राज्य के भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ही देंगे।