जमशेदपुर। भाजमो की महिला मोर्चा अध्यक्ष मंजू सिंह ने मंत्री बन्ना गुप्ता को प्रोत्साहन राशि बंदरबांट मामले में घेरा है और सवालों की फेहरिस्त जारी कर मंत्री को स्वयं किसी सक्षम एजेन्सी से जांच कराने की अनुशंसा करने की चुनौती दी है। मंजू सिंह ने कहा की बन्ना जांच के लिये तैयार हैं तो मुख्यमंत्री से कहें और कोई जांच एजेंसी तय करायें। उन्होंने ट्रेजरी में कितना पैसा निकालने भेजा, कितना निकला, किसको मिला, किसका लैप्स हो गया बताये। उनके संयुक्त सचिव मनोज कुमार ने कहा है कि कुछ को मिला है,। राज्य में 103 करोड़ किसे किसे देना था। उनको मिला या सब बन्नाबांट हो गया। स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव को देने का आदेश बन्ना ने दिया या नहीं बतायें, 31 मार्च 2020 की रात 9 बजे बन्ना ने ट्रेजरी में इसलिये बिल भेजा कि जल्द बाज़ी में निकासी हो जायेगी और मार्च लूट का मंसूबा पूरा हो जायेगी। मंत्री अपने कारनामों पर पर्दा डालने का लाख प्रयास कर ले लेकिन लूट की गाथा की जनता समझ चुकी है। बन्नाबाँट का जो षड्यंत्र मंत्री ने रचा था उसका एक एक पहलु खुलकर सामने आ गया है। नैतिकता के आधार पर श्री बन्ना गुप्ता को स्वास्थ्य मंत्री के पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए और जनता से माफी मांगनी चाहिए। अगर बन्ना जी ऐसा करते हैं तो राजनीति के क्षेत्र में एक मिसाल कायम होगा की किसी मंत्री ने अपने निर्दोष होने का जांच कराने का आदेश सरकार से स्वयं मांग की।