हजारीबाग। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कथित लापरवाही और अनियमितताओं को उजागर करने वाले भाजपा नेता अर्जुन साव को पुलिस द्वारा रातोंरात हिरासत में लिए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में उबाल आ गया है।
बताया जा रहा है कि सदर थाना पुलिस ने उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना या प्राथमिकी (FIR) के रात में उनके आवास से उठाकर पूछताछ के लिए थाने ले गई। इस कार्रवाई से आक्रोशित होकर सांसद मनीष जायसवाल, सदर विधायक प्रदीप प्रसाद समेत सैकड़ों भाजपा समर्थक देर रात सदर थाना परिसर पहुंच गए।
थाने में ही धरने पर बैठे सांसद और विधायक
भाजपा नेताओं ने पहले थाना प्रभारी से बात कर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला तो सभी कार्यकर्ता थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए। मौके पर काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिससे थाने के आसपास माहौल तनावपूर्ण हो गया।“
जनता की आवाज़ को दबा रही है सरकार” – मनीष जायसवाल
सांसद मनीष जायसवाल ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री पूरी तरह से अन्याय पर उतारू हैं। अर्जुन साव ने एक समाजसेवी के तौर पर अस्पताल की खामियों को उजागर किया, न कि कोई अपराध किया। उन्हें रात में बिना किसी कानूनी आधार के हिरासत में लिया जाना लोकतंत्र और कानून दोनों का अपमान है।”
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार जनता की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि बीते दिनों शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक प्रसव पीड़िता महिला को इलाज के अभाव में निजी अस्पताल जाना पड़ा, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े हुए थे। इसी मुद्दे को उठाने पर अर्जुन साव को निशाना बनाए जाने का आरोप भाजपा नेताओं ने लगाया है।
फिलहाल अर्जुन साव की हिरासत को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। समर्थकों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द उन्हें रिहा नहीं किया गया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।