मिरर मीडिया : सांसद निशिकांत दुबे और महुआ मोइत्रा के बीच वार पलटवार जारी है। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप महुआ मोइत्रा पर लगाया है और इसका कनेक्शन दुबई से बताया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर संसद में अदाणी समूह से संबंधित सवाल पूछे। उन्होंने दावा किया था कि ये सबूत वकील जय अनंत देहादराई द्वारा प्रदान किए गए थे। बता दें कि जय कभी महुआ के दोस्त हुआ करते थे। निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर अब उनके विदेश जाने पर सवाल उठाएं हैं।
सवाल संसद की गरिमा, भारत की सुरक्षा व कथित सांसद की, proprietary, corruption and criminality का है,जबाब देना है कि दुबई में NIC मेल खुला की नहीं? पैसे के बदले प्रश्न पूछे कि नहीं? विदेश जाने आने के खर्च किसने उठाए? कभी @loksabhaspeaker व @MEAIndia से विदेश जाने का permission लिया या नहीं? सवाल अडानी ,डिग्री या चोरी का नहीं, देश को गुमराह कर आपके भ्रष्टाचार का है।
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दरअसल निशिकांत का दावा है कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जानकारी उन्हें सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहादराई ने दी थी। हालांकि, महुआ मोइत्रा ने इन आरोपों को आधारहीन और मानहानिकारक बताया और भाजपा सांसद और देहादराई के खिलाफ मानहानि का मामला दायर कर दिया।

इस मामले में जिन किरदारों की चर्चा हो रही है उनमें जय अनंत देहादराई भी हैं। जय कभी महुआ के दोस्त हुआ करते थे लेकिन अब दोनों एक दूसरे के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि कौन हैं वकील जय अनंत देहादराई? वह अभी क्यों चर्चा में आए? महुआ से जय का क्या रिश्ता?
जय अनंत देहादराई पेशे से वकील हैं। उनकी विशेषज्ञता आपराधिक कानून में है। उन्होंने लॉ चैंबर्स ऑफ जय अनंत देहादराई नाम की संस्था की स्थापना की थी। जय के लिंक्डइन के अनुसार, उन्होंने आपराधिक और वाणिज्यिक कानूनों से जुड़े कई मामलों पर काम किया है और विकलांगता कानून और पर्यावरण के क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर संसद में अदाणी समूह से संबंधित सवाल पूछे। दुबे ने आरोप लगाया कि महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए थे। भाजपा सांसद ने इसके खिलाफ लोकसभा स्पीकर से शिकायत कर जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया था कि ये सबूत वकील जय अनंत देहादराई द्वारा प्रदान किए गए थे।
लोकसभा स्पीकर को लिखे अपने पत्र में दुबे ने कहा कि उन्हें वकील जय अनंत का एक पत्र मिला है, जिसमें उन्होंने मोइत्रा और जाने-माने बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी के बीच सवाल पूछने के लिए रिश्वत के आदान-प्रदान के सबूत साझा किए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जय ने एक विस्तृत शोध किया है जिसके आधार पर उन्होंने निष्कर्ष निकाला है कि हाल ही में, मोइत्रा ने संसद में उनके द्वारा पूछे गए कुल 61 में से लगभग 50 प्रश्न दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों को बचाने के लिए थे। हालांकि, महुआ मोइत्रा ने जय अनंत का जिक्र करते हुए कहा कि आरोप झूठ पर आधारित थे।
कई रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि जय अनंत महुआ मोइत्रा के पूर्व मित्र हैं। पिछले छह महीनों में मोइत्रा ने जय के खिलाफ कई पुलिस शिकायतें दर्ज कराई हैं। महुआ ने इन शिकायतों में जय पर आपत्तिजनक संदेश भेजने, निजी समान की चोरी और मौखिक दुर्व्यवहार जैसे कई आरोप लगाए हैं।
कानूनी नोटिस के अनुसार, मोइत्रा और जय कभी करीबी दोस्त थे लेकिन उनके बीच अनबन हो गई। इस अनबन के कारण जय ने कथित तौर पर मोइत्रा को कई आपत्तिजनक, दुर्भावनापूर्ण और भद्दे संदेश भेजे। इसके अलावा, उन पर उनके आधिकारिक आवास में अतिक्रमण करने और मोइत्रा के कुत्ते सहित निजी सामान चुराने का भी आरोप है।
कानूनी नोटिस में दावा किया गया है कि कुत्ते को अंततः वापस कर दिया गया। बार-बार जुर्म करने के कारण, मोइत्रा ने जय के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करने का फैसला किया। नोटिस में दावा किया गया है कि जय ने पत्रकारों को मोइत्रा के बारे में झूठी खबरें प्रकाशित करने के लिए मनाने का प्रयास किया, लेकिन सबूतों की कमी के कारण असफल रहे। इसके बाद नोटिस में कहा गया है कि जय ने निशिकांत दुबे सहित भाजपा से संपर्क किया, जिन्होंने बिना कोई जांच किए इन आरोपों को प्रचारित किया।
नोटिस में आगे आरोप लगाया गया है कि दुबे और जय मोइत्रा की निजी तस्वीरें लीक करने में शामिल थे। इसमें मांग की गई है कि जय आरोपों को वापस लें और सार्वजनिक माफी जारी करें।