डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भाजपा ने सत्ता में वापसी करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी शिकस्त दी। भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया, जबकि वर्ष 2020 के चुनाव में उसे केवल 8 सीटें मिली थीं। यानी इस बार भाजपा ने अपनी सीटों में 40 का इजाफा किया है।
वहीं, पिछले तीन चुनावों में क्रमशः 28, 67 और 62 सीटें जीतकर सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। AAP इस बार केवल 22 सीटों पर सिमट गई, जो अब तक का उसका सबसे खराब प्रदर्शन है।
भाजपा के भगवा लहर में AAP के दिग्गज धराशायी
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़े नेता अपनी सीट नहीं बचा सके। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सौरभ भारद्वाज और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को भी करारी हार का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी भी कड़े मुकाबले में फंस गई थीं, हालांकि वे लगभग 3,500 मतों से चुनाव जीतने में सफल रहीं।
कांग्रेस की स्थिति में हल्का सुधार देखने को मिला, उसका मत प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन लगातार तीसरे चुनाव में भी वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।
इन राज्यों में भाजपा या NDA की सरकार
भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने देश के कई राज्यों में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है। दिल्ली की जीत के साथ ही अब भाजपा या NDA की सरकार निम्नलिखित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में है: 1. उत्तर प्रदेश
2. उत्तराखंड
3. हरियाणा
4. बिहार
5.ओडिशा
6. राजस्थान
7. गुजरात
8. महाराष्ट्र
9. गोवा
10. मध्य प्रदेश
11. छत्तीसगढ़
12. दिल्ली
13. आंध्र प्रदेश
14.असम
15.अरुणाचल प्रदेश
16.मणिपुर
17.त्रिपुरा
18.मेघालय
19.सिक्किम
20.नगालैंड
21.पुडुचेरी
भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद अब दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव परिणाम 2029 के लोकसभा चुनावों पर भी असर डाल सकता है।