डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: सोमवार, 7 अप्रैल को शेयर बाजार में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। घरेलू ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल देखने को मिली। एशियाई बाजारों से लेकर यूरोपीय इंडेक्स तक, हर जगह लाल निशान छाए रहे। भारत में बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही बुरी तरह लड़खड़ा गए।
ट्रंप के टैरिफ का कहर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अचानक घोषित टैरिफ के चलते वैश्विक निवेशकों में डर फैल गया। इसका सीधा असर सोमवार को भारतीय बाजार पर पड़ा। सेंसेक्स ने दिन की शुरुआत 3900 अंकों की भारी गिरावट के साथ की और 71,449 के स्तर पर खुला, वहीं निफ्टी 1146 अंक फिसल कर 21,758 पर जा पहुंचा।
यह रही बाजार की मौजूदा स्थिति
दोपहर 1:45 बजे तक सेंसेक्स 2929 अंक गिरकर 72,435 पर और निफ्टी 952 अंक लुढ़क कर 21,952 पर कारोबार कर रहे थे। बीएसई में 3500 से अधिक शेयरों में ट्रेडिंग हुई, जिसमें से 3000 से ज्यादा कंपनियों के शेयर लाल निशान में थे।
दिग्गज कंपनियों का हाल बेहाल
एचडीएफसी बैंक, रिलायंस, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, टाटा मोटर्स, और एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों में भारी गिरावट आई। एचडीएफसी बैंक में 414 अंकों की गिरावट रही, वहीं रिलायंस का शेयर 56 रुपये गिरकर 1148 पर पहुंच गया।
सभी सेक्टर्स धराशायी
आईटी, ऑटो, मेटल, रियल्टी, एफएमसीजी, बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में भारी बिकवाली हुई। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 6% से अधिक, जबकि आईटी और एफएमसीजी में 5% से ऊपर की गिरावट रही। स्मॉल कैप और मिड कैप इंडेक्स भी क्रमशः 5.6% और 4.6% तक गिर चुके हैं।
विश्व भर में मंदी की आहट
जापान का निक्केई 225 लगभग 9% तक टूटा, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 4.3% और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स फ्यूचर्स 22,772 पर गिरा। अमेरिका में डॉऊ जोन्स, नैस्डैक और एसएंडपी फ्यूचर्स में 4-5% तक की गिरावट दर्ज की गई है।
ब्लैक मंडे का इतिहास दोहराया गया?
1987 में आया ब्लैक मंडे अब फिर याद किया जा रहा है। उस वक्त डॉऊ जोन्स में 22.6% की गिरावट आई थी। आज के हालात को देखते हुए एक्सपर्ट्स इसे “ब्लैक मंडे 2.0” बता रहे हैं।
निवेशकों के लिए अलर्ट
केवल भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में निवेशकों के पोर्टफोलियो की हालत खराब हो गई है। अकेले भारतीय बाजार से 19 लाख करोड़ रुपये का बाजार पूंजीकरण स्वाहा हो चुका है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि आने वाले दिनों में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।