बुद्ध-शुक्र की युति में जन्मे संकटमोचन: 12 अप्रैल को बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर बरसेंगी हनुमान जी की विशेष कृपा!

KK Sagar
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12 अप्रैल को हनुमान जयंती: इस बार बन रहा दुर्लभ पंचांगीय संयोग, वृषभ, मिथुन और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष फलदायी

इस वर्ष चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 12 अप्रैल 2025 को पड़ रही है, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ मानी जा रही है। इस दिन भक्तगण प्रभु श्रीराम के परम भक्त और भगवान शिव के रौद्र अवतार हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाएंगे। हनुमान जयंती इस बार केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि खगोलीय दृष्टि से भी अत्यंत विशिष्ट है, क्योंकि इस दिन चार-चार महायोगों का निर्माण हो रहा है।

क्यों विशेष है यह हनुमान जयंती?

12 अप्रैल 2025 को रवि, जय, हस्त और चित्रा नक्षत्रों की उपस्थिति में हनुमान जयंती मनाई जाएगी। वहीं मीन राशि में सूर्य, बुध, शुक्र, शनि और राहु की युति के कारण कई शुभ योग बन रहे हैं – जैसे बुधादित्य योग, शक्रादित्य योग, लक्ष्मी नारायण योग और मालव्य योग। यह ग्रह-नक्षत्रों का दुर्लभ संयोग कई राशियों के लिए अत्यंत शुभ फल प्रदान करने वाला है।

इन राशियों को मिलेगा हनुमान जी का विशेष आशीर्वाद:

1. वृषभ राशि:
इस राशि के जातकों को हनुमान जी की कृपा से वर्षों से अटके कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है। बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से यह समय अत्यंत लाभदायक रहेगा। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है और आय में वृद्धि के योग बन रहे हैं। बजरंगबली की कृपा से पारिवारिक जीवन में भी सुख-शांति बनी रहेगी।

2. मिथुन राशि:
मिथुन राशि वालों के लिए यह हनुमान जयंती एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास लेकर आएगी। लंबे समय से चल रहा तनाव समाप्त हो सकता है। व्यवसाय और करियर में उन्नति के योग हैं। अचानक धन लाभ से आत्मबल में वृद्धि होगी और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। परिवार के साथ सौहार्दपूर्ण समय व्यतीत होगा।

3. कुंभ राशि:
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह पर्व खुशियों की सौगात लेकर आ रहा है। करियर में बड़ी सफलता मिलने के योग हैं। निवेश करने के लिए यह उपयुक्त समय है। किसी बड़ी खुशखबरी की प्राप्ति हो सकती है। बजरंगबली का आशीर्वाद इन जातकों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।

हनुमान जी की पूजा विधि और विशेष उपाय:

हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पूजा विधि विशेष महत्व रखती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन उन्हें लाल पुष्प, सिंदूर, पान का बीड़ा, मोतीचूर के लड्डू, चोला, लाल वस्त्र, तुलसी माला और अक्षत चढ़ाना चाहिए। साथ ही हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, और बजरंग बाण का पाठ अवश्य करना चाहिए।

विशेष पूजा मुहूर्त (12 अप्रैल 2025):

  • प्रातः कालीन पूजा: सुबह 7:34 बजे से सुबह 9:12 बजे तक
  • संध्या कालीन पूजा: शाम 6:46 बजे से रात 8:08 बजे तक

ज्योतिषीय सुझाव (विशेषज्ञ नम्रता पुरोहित कांडपाल के अनुसार):
यदि आप जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इस दिन हनुमान जी का स्मरण कर उनके विशेष उपाय करें। जैसे-

  • पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं
  • चमेली का तेल चढ़ाकर चोला चढ़ाएं
  • ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें
  • मंगलवार का व्रत रखें और गरीबों को भोजन कराएं

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