धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SNMMCH) से नवजात शिशु चोरी मामलए का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर उद्भेदन किया है, जानकारी के अनुसार नवजात बच्चा फिलहाल डॉक्टरों की देखरेख में सुरक्षित है। लेकिन इस घटना ने अस्पताल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
CCTV फुटेज से खुला मामला
घटना के बाद अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को नवजात शिशु को ले जाते हुए देखा गया, जिसके सामने आने के बाद आदिवासी समाज के लोग भारी संख्या में SNMMCH पहुंचे और जमकर हंगामा किया। स्थिति बिगड़ती देख अस्पताल प्रबंधन ने किसी अनहोनी की आशंका से महिला वार्ड में ताला लगा दिया।
“बच्चा चाहिए, नहीं तो नहीं हटेंगे”
आक्रोशित आदिवासी समुदाय के लोगों का साफ कहना था कि अस्पताल से बच्चा चोरी हुआ है और यह पूरी तरह प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा है। प्रदर्शनकारियों ने दो टूक कहा कि जब तक बच्चा वापस नहीं मिलेगा, वे अस्पताल परिसर से नहीं हटेंगे।
पूरा मामला क्या है
बताया जा रहा है कि
24 दिसंबर को टुंडी की एक आदिवासी महिला को प्रसव पीड़ा के बाद SNMMCH में भर्ती कराया गया।
25 दिसंबर को महिला ने नवजात शिशु को जन्म दिया। इसके बाद रविवार को एक अज्ञात महिला वार्ड में पहुंची और बच्चे की देखरेख व जांच कराने के बहाने नवजात को लेकर फरार हो गई।
महिला वार्ड के बाहर धरना
घटना के बाद से महिला वार्ड के बाहर आदिवासी समुदाय धरने पर बैठ गया और बच्चे को तत्काल वापस लाने की मांग करने लगा।
परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि रात में अस्पताल प्रबंधन ने मामले को दबाने की कोशिश की, जिससे उनका आक्रोश और बढ़ गया।
राजनीतिक दलों का भी हस्तक्षेप
मामले की गंभीरता को देखते हुए JMM और JLKM के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने जिला प्रशासन से दोषियों पर अविलंब कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस का दावा – बच्चा सुरक्षित
पुलिस प्रशासन के अनुसार,
नवजात बच्चा फिलहाल डॉक्टरों की देखरेख में सुरक्षित है
जल्द ही उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा
मामले में आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है
कर्मियों की भूमिका संदिग्ध
पुलिस जांच में अस्पताल के कुछ कर्मियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

