जमशेदपुर : जिला को टीबी रोग से मुक्त बनाने तथा टीबी रोगियों को चिन्हित करने के उद्देश्य से 28 से 30 नवंबर तक सभी प्रखंड के हेल्थ एंड वेल्नेस सेंटर, प्राइमरी हेल्थ सेंटर, हेल्थ सब सेंटर तथा शहरी क्षेत्रों में अटल क्लीनिक आदि में कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। टीबी के ACF(Active Case Finding) को लेकर चलाये जा रहे इस अभियान के तहत स्वास्थ्य केन्द्रवार सहिया व एएनएम को टैग करते हुए आयोजित कैम्प तक ज्यादा से ज्यादा संभावित मरीजों को भेजने तथा बलगम संग्रह करवाकर जांच के लिए नजदीकी माइक्रोस्कोपिक केन्द्र पर सैम्पल भेजना सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
उपायुक्त द्वारा कैम्प को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के निर्देश दिए गए है ताकि ज्यादा से ज्यादा टीबी संभावित मरीजों का जांच सुनिश्चित किया जा सके, इसके लिए पंचायत जन प्रतिनिधियों जिला परिषद सदस्य गण, मुखिया, पंसस व सभी वार्ड पार्षद से सहयोग की अपील की गई है। उन्होने कहा कि पंचायत जनप्रतिनिधि होने के नाते आपका ग्रामीणों से सीधा जुड़ाव होता है, ऐसे में इस अभियान की सफलता के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करते हुए कैम्प में भेजें।
ट्यूबरक्लोसिस के लक्षण
- दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी होना 2. सांस फूलना 3. सांस लेने में तकलीफ होना 4.शाम के दौरान बुखार का बढ़ जाना 5. सीने में दर्द होना 6. अचानक से वजन का घटना 7. भूख में कमी आना 8. बलगम के साथ खून आना 9. लगातार खांसी आना 10. थकान होना या बुखार आना
ट्यूबरक्लोसिस से कैसे बचें
- दो हफ्तों से अधिक समय तक खांसी रहने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
- टीबी(ट्यूबरकुलोसिस) से पीड़ित व्यक्ति के पास न जाएं और अगर जाएं तो मास्क अवश्य लगाएं।
- ट्यूबरकुलोसिस से पीड़ित मरीज के बिस्तर, रुमाल या तैलिया आदि का इस्तेमाल न करें।
अगर आपके आस-पास कोई खांस रहा है तो अपने मुंह को रुमाल से ढक लें और वहां से दूर हट जाएं।

