हजारीबाग: आगामी बकरीद को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करते हुए शहर के हृदयस्थल झंडा चौक को छावनी में तब्दील कर दिया। पहली बार इस मुख्य चौक पर खुलेआम मॉक ड्रिल आयोजित कर प्रशासन ने यह स्पष्ट संकेत दे दिया कि त्योहार के दौरान कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगा।
ड्रिल के दौरान दंगा नियंत्रण की समूची प्रक्रिया को व्यवहारिक रूप में दर्शाया गया। इसमें लाठीचार्ज, प्रतीकात्मक फायरिंग, आंसू गैस के गोले, जल बौछार, और भीड़ नियंत्रण के आधुनिक तकनीकी अभ्यास शामिल थे। मॉक ड्रिल के बाद फ्लैग मार्च भी निकाला गया, जिसमें पुलिस बल ने पूरे दमखम के साथ हिस्सा लिया।
डीसी शशि प्रकाश सिंह और एसपी अंजनी अंजन स्वयं ड्रिल की अगुवाई करते दिखे। दोनों अधिकारियों ने जनता से शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार मनाने की अपील की।

डीसी शशि प्रकाश सिंह ने कहा:
“त्योहार सामाजिक समरसता का प्रतीक हैं, लेकिन यदि कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, तो प्रशासन पूरी सख्ती से पेश आएगा।”वहीं एसपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जा रही है और जिले के हर संवेदनशील स्थान पर फोर्स की तैनाती की जाएगी।
एसपी अंजनी अंजन बोले:
“हर उस व्यक्ति को चेतावनी है जो कानून तोड़ने की मंशा रखता है। तकनीक और फोर्स दोनों के साथ हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।”प्रशासन की ओर से यह मॉक ड्रिल सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि एक कड़ा संदेश है— शांति से त्योहार मनाएं, अन्यथा कानून अपना काम करेगा।