मिरर मीडिया : छठ पूजा के तुरंत बाद दूसरे दिन 21 तारीख को ही कार्मेल स्कूल सहित कई अन्य प्राइवेट स्कूलों द्वारा टेस्ट परीक्षा लिए जाने की शिकायत लेकर अभिभावक समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र के पास पहुंचे। अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा की तिथि ऐसा निर्धारित कर दिया गया है कि कई अभिभावक पूजा मनाने बाहर जाते हैं और उक्त तिथि को लौटकर बच्चों की परीक्षा दिलाना संभव नहीं हो सकता।
वहीं समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने अभिभावकों की बात सुनकर इसकी शिकायत RDDE हजारीबाग से की है। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग झारखंड के प्रधान सचिव, धनबाद उपायुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक महोदय, एवं विभिन्न प्राईवेट स्कूलों के प्राचार्य को भी पत्र से ध्यान केंद्रित करते हुए आग्रह किया है।
पत्र लिखकर उन्होंने आग्रह किया है कि चार दिन चलने वाला छठ महापर्व को सभी हर्षोल्लास से मनाया करते हैं। जबकि कई व्यक्ति धनबाद से बाहर बिहार, उत्तर प्रदेश या अन्य जगहों जाकर इसे अपने गांव या पैतृक स्थान पर मनाते हैं। ऐसे में 21 तारीख को परीक्षा का आयोजन किया जाना समझ से परे हैं क्यूंकि बाहर गए अभिभावकों को लौट के आने के समय ट्रेन मार्ग अवरूद्ध रहा तो क्या सुबह सुबह 21 तारीख को धनबाद पहुँच पाना संभव हो पाएगा।
उन्होंने लिखा कि अगर बच्चें सही समय पट ना पहुँच पाए तो क्या एक से पांच तक के बच्चे अपने टेस्ट से मरहूम रह जाएंगे और अच्छे मार्क्स लाते हुए भी फाइनल मार्क्स वार्षिक रिपोर्ट में वो अनुपस्तिथि कालम लिखा रहेगा।
कुमार मधुरेंद्र ने उनसे निवेदन किया है कि अविलंब ऐसी तारीख को बदलते हुए कक्षा एक से पांच तक के परीक्षा का समय 23 तारीख या उसके बाद का करने का मार्ग प्रशस्त कराएं। इस संबंध में धनबाद के अगर अन्य कोई स्कूल प्रबंधन अगर ऐसा कर रहे हैं या राज्य में या हजारीबाग प्रमंडल में तो उनके सुधार का भी मार्ग प्रशस्त कराया जाऐ।
गौरतलब है कि चार दिनों तक चलने वाला छठ महापर्व 16 से शुरू है और 19 -20 को पारण के साथ समाप्त होगी ऐसे में बाहर गए व्यक्तियों का लौट कर 21 को टेस्ट परीक्षा दिलाना मुश्किल है। कई अभिभावक पहले से आने जाने का आरक्षण करवा चुके हैं अगर ट्रेन लेट हुई तो बच्चें परीक्षा नहीं दे पाएंगे। बहरहाल अब देखना होगा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए इस मांग पर क्या परीक्षा की तिथि में बदलाव किया जाएगा या नहीं।

