नक्सल प्रभावित काहेतरों में बिछेगा सड़कों का जाल
मुख्यालय से जुड़ेगा ग्रामीण इलाका,नक्सली गतिविधियों में आएगी कमी
भटके हुए लोगों को मुख्य धारा में जोड़ने की भी होगी पहल
मिरर मीडिया : धनबाद में नक्सल प्रभावित गांव को सड़क से जोड़ने की केंद्रीय योजनाओं को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया गया है। आपको बता दें कि धनबाद में कई ऐसे इलाके हैं जिन्हें उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र कहा जाता है जिनमें टुंडी, पूर्वी टुंडी तोपचांची, हरिहरपुर, बरवड्डा, मनिया डीह समेत कई ऐसे इलाके हैं जो उग्रवादी गतिविधियों के लिए जाना जाता है लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार की दूरदर्शिता ने इन इलाकों में नक्सली गतिविधियों पर पूरी तरीके से विराम लगा दिया है अब यह विराम निरंतर जारी रहे इसको लेकर बड़ी पहल की जा रही है इन इलाकों में 30 करोड़ रुपए की लागत से सड़कों का निर्माण किया जाएगा जिसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है इन सड़कों के निर्माण से जहां इन क्षेत्र में रह रहे गांव का विकास होगा वही जिला मुख्यालय से सीधे कनेक्टिविटी हो जाएगी और साथ ही साथ जो अभी भटके हुए लोग हैं उन्हें मुख्यधारा से जुड़ने में भी आसानी होगी इन इलाकों में कुल 16 सड़कों का निर्माण होगा।
केंद्र सरकार की रोड कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट 4 लेफ्ट विंग इफेक्टिव एरिया के तहत उग्रवाद प्रभावित जिलों का जिलों का चयन किया गया जिनमें धनबाद भी शामिल है केंद्र और राज सरकार के द्वारा राशि में केंद्र सरकार का 60% हिस्सा जबकि राज्य का 40% हिस्सा खर्च किए जाएंगे। धनबाद जिला उप विकास आयुक्त ने बताया कि इन इलाकों में सड़क बनने से विकास तो होगा ही साथ ही साथ मुख्यधारा में बने रहने का भी अवसर मिलेगा
बहरहाल नक्सल इलाकों में सड़कों के निर्माण को लेकर सरकार की अच्छी पहल है उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों का विकास करके एक उदाहरण पेश किया जाता जा सकता है अगर इलाके विकसित होंगे साथ ही भटके हुए लोग हैं मुख्यधारा से जुड़ने में सरकार से मदद भी मिलेगी एवम उनके बच्चे भी पढ़े-लिखे के आगे बढ़ेंगे और देश के लिए कुछ करेंगे।