जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला के पटमदा प्रखंड अंतर्गत माचा गांव में नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित योजनाओं का जायजा लेने के उद्देश्य से चेयरमैन नाबार्ड, डॉ. जी आर चिंतला आज पटमदा पहुंचे। चेयरमैन नाबार्ड ने पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला खरसावां जिले के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान नाबार्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इन दोनों जिलों में नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं के प्रगति का जायजा लिया। इस अवसर पर सुशीला चिंतला, सीजीएम-एमडी सह सीईओ नैब किसान प्राइवेट लिमिटेड, डॉ. जी के नायर, मुख्य-महाप्रबंधक नाबार्ड, गौतम कुमार सिंह, महाप्रबंधक नाबार्ड, सुमन सौरभ साहू, उप महाप्रबंधक नाबार्ड, सिद्धार्थ शंकर जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला-खरसावां समेत नाबार्ड तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

डॉ. जी आर चिंतला ने पटमदा प्रखंड के माचा गांव में नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित 2 नई जलछाजन परियोजना, 1 आदिवासी विकास कार्यक्रम तथा उद्यान विकास के लिए 1 जलवायु परिवर्तन परियोजना समेत 4 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके अलावा चेयरमैन नाबार्ड ने सौर चालित मसाले और दाल प्रसंस्करण इकाई तथा पटमदा एफपीओ के कार्यालय का भी उदघाटन किया। इस मौके पर बैंक ऑफ इंडिया और झारखण्ड राज्य ग्रामीण बैंक के द्वारा दोनों जिलों के स्वयं सहायता समूह, केसीसी, गव्य पालन, कृषक उत्पादन संगठन के बीच रु.10.69 करोड़ का वितरण किया गया। चेयरमैन, नाबार्ड ने जिले में नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओ की प्रशंसा करते हुए ग्रामीण क्षेत्र तथा महिला सशक्तिकरण के लिए नाबार्ड की कटिबद्धता को दोहराया तथा प्राथमिकता के आधार पर हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वाशन दिया। कार्यक्रम के दौरान उल्लेखनीय कार्य के लिए अकली टुडु अध्यक्ष घरोंज लाहंती, एफपीओ, चामी मुर्मू, पर्यावरण विद सह समाज सेविका, अमित रंजन, शाखा प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नाबार्ड के विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े 1000 से ज्यादा लाभुक मौजूद थे।

चेयरमैन, नाबार्ड ने सरायकेला और खरसावां प्रखंड के विभिन्न गांवों मे नाबार्ड तथा टाटा स्टील फाउंडेशन के द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित योजनाओं का जायजा लिया। इस क्रम में रंगामाटिया गांव में 17 एकड़ में टपक सिंचाई से हो रही बागवानी योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। बता दें कि सरायकेला खरसावां प्रखंड में चलाई जा रही इस योजना के अंतर्गत विभिन्न गांवों के 326 एकड़ पर फल बागवानी विकसित कर अंतर फसलीय गतिविधियों का सम्पोषण किया जा रहा है।

एक दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में चेयरमैन नाबार्ड ने सरायकेला खरसावां जिले के नीमडीह प्रखंड के 11 गांवों के 216 हैंडीक्राफ्ट कारीगारों के लिए नाबार्ड के वित्त सम्पोषण से चलाई जा रही फार्म प्रोडयूसर आर्गेनाइजेशन योजना का जायजा लेते हुई इसी योजना के अंतर्गत रु 25 लाख के अनुदान से सामुदायिक सुविधा केंद्र का शीलान्यास केतूंगा गांव के भ्रमण के दौरान किया। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत नाबार्ड के वित्त पोषण के सहायता से हुनर मे निखार आने और मार्केटिंग के लिए सहयोग्यत्मक प्रावधानों के कारण इन सबर आदिम जनजाति के कामगारों का घास और बांस के उच्च गुणवत्तापूर्ण उत्पाद आज अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, तथा खुद के वेबसाइट www.kraftribe.com के द्वारा विक्रय हो पा रही है, रिलायंस रिटेल के साथ भी इनके उत्पादों को बेचने का करार हो गया है ।