मिरर मीडिया : झारखंड सरकार के अवर शिक्षा सचिव सरोजिनी सिंह ने सोमवार को जेकेआरआर हिंदी प्लस इन्टर हाई स्कूल का निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने सर्वप्रथम स्कूल के रजिस्टर की बारीकियों से जांच की उसके बाद सभी कक्षाओं में जाकर छात्रों के साथ सवाल जवाब किया। जब वह 12वीं कक्षा में पहुंची तो उन्होंने बच्चों से इंग्लिश में कुछ सवाल जवाब किया जिसमें बच्चे सही जवाब नहीं दे पाए। वहीं दसवीं कक्षा में संस्कृत की हो रही पढ़ाई में पूछा कि मैं घर जाता हूं को संस्कृत में क्या कहा जाता है जिस पर कक्षा के छात्र कुछ भी जवाब नहीं दे पाए वही जब उन्होंने नौवीं कक्षा में गणित की बहूपद क्या है पूछा तो कोई भी बच्चे जवाब नहीं दे पाए।

हालंकि उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि छात्राओं में शिक्षा की कमी नहीं है कुछ नर्वस होकर अपनी बात नहीं कह पा रहें है उन्होंने कहा कि धनबाद जिले के प्रत्येक स्कूल का निरीक्षण करना है ताकि जो भी कमी हो उसको पूरा किया जा सके उन्होंने शिक्षकों के प्रखंड या चुनाव संबंधित कार्यों के विषय में कहा कि सभी शिक्षकों को सचिव द्वारा आदेश जारी किया गया है कि पहले स्कूल के कार्य करें उसके पश्चात ही अन्य कार्य करनी है ताकि बच्चों की पढ़ाई पर किसी तरह प्रभाव नही पड़े।

उन्होंने प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया जिसमें 3 माह से बच्चों का प्रैक्टिकल नहीं हो रहा था स्कूल के प्राचार्य द्वार उपकरण की कमी बताए जाने पर अपर सचिव ने कहा कि जो भी उपकरण हैं उसी से बच्चों को सप्ताह में 2 दिन अवश्य प्रैक्टिकल कराए ताकि बच्चों में उसकी जानकारी प्राप्त हो सके शिक्षक ,बच्चों को पढाने मे बोझ ना समझे उसे रोचक ढंग से पढाये ताकी बच्चों को पढने मे मन लगे।

शिक्षकों में थोड़ी टेक्निक की कमी है वह पूरी कर ली जाएगी उन्होंने के.के मिश्रा को आदेश दिया कि महीने में 1 दिन शिक्षकों के साथ अवश्य बैठक कर सभी विषयों पर विचार विमर्श करे। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन अलग अलग स्कूलों में जाकर जाँच किया जाएगा और उसको सुधार के लिए दिशानिर्देश दिया जायेगा।