मिरर मीडिया : झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर ‘सरना’ कोड लागू करने की मांग की है। उन्होंने पत्र के माध्यम से आदिवासी समाज के लोगों के लिए सरना कोड लागू करने का आग्रह किया है। CM ने लिखा कि झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है जहाँ आदिवासी की संख्या एक करोड़ से भी अधिक है। और यहाँ कि एक बड़ी आबादी सरना धर्म को मानने वाली है।जल, जंगल, जमीन एवं प्रकृति से जुड़े सरना धर्म की संस्कृति, पूजा, पद्धति, आदर्श एवं इसकी प्रचलित मान्यताएं सभी धर्मो से अलग है।

उन्होंने झारखंड सहित पूरे देश के आदिवासी समुदाय के लिए इसे लागू करने की मांग करते हुए लिखा है कि आदिवासी समुदाय में भी कई ऐसे समूह है जो विलुप्त के कगार पर है जिनका अगर संरक्षण नहीं किया गया तो इनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। CM ने इसके लिए ट्वीट किया है…

देश का आदिवासी समुदाय पिछले कई वर्षों से अपने धार्मिक अस्तित्व की रक्षा के लिए जनगणना कोड में प्रकृति पूजक आदिवासी/सरना धर्मावलंबियों को शामिल करने की मांग को लेकर संघर्षरत है।
मैंने पत्र लिखकर माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्रमोदी जी से देश के करोड़ों आदिवासियों के हित में आदिवासी/सरना धर्म कोड की चिरप्रतीक्षित माँग पर यथाशीघ्र सकारात्मक निर्णय लेने की कृपा करने का आग्रह किया है।
मुझे आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री जी समाज के वंचित वर्गों के कल्याण के लिए तत्पर रहते हैं उसी प्रकार इस देश के आदिवासी समुदाय के समेकित विकास के लिए पृथक आदिवासी/सरना धर्मकोड का प्रावधान सुनिश्चित करने की कृपा करेंगे।
जोहार!