प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के तीसरे और अंतिम अमृत स्नान का पावन आयोजन आज संगम तट पर हो रहा है। विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत शोभायात्रा निकालते हुए संगम में पवित्र डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सीएम योगी कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस अमृत स्नान की निगरानी कर रहे हैं। वह सुबह साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम से पूरे आयोजन पर नजर बनाए हुए हैं। उनके साथ यूपी के डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी भी मौजूद हैं। सीएम लगातार अपडेट लेकर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान का विशेष महत्व
महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त 2 फरवरी 2025 को सुबह 9:14 बजे से शुरू होकर 3 फरवरी 2025 को सुबह 6:52 बजे तक रहेगा। इस दौरान ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 5:24 से 6:16 तक रहेगा। इसके अलावा, लाभ काल, अमृत काल और शुभ काल भी इस दिन विशेष पुण्यकारी रहेंगे।
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी का यह विशेष स्नान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। यह दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है और इसे ज्ञान, कला और संगीत की देवी का दिन कहा जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धापूर्वक स्नान करता है, वह जीवन में अपार सफलता और पुण्य प्राप्त करता है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रशासन ने संगम क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। स्नान क्षेत्र में हजारों पुलिसकर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया है। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के जरिए हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अब तक बसंत पंचमी के प्रथम अखाड़े का स्नान सकुशल संपन्न हो चुका है।
महाकुंभ 2025 का यह तीसरा अमृत स्नान श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पावन अवसर लेकर आया है, जहां करोड़ों भक्त पुण्य अर्जित करने के लिए संगम तट पर उमड़ रहे हैं।