हजारीबाग। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की लापरवाही का ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे जिले में चर्चा छेड़ दी है। हजारीबाग के छोटका शिव मंदिर ओकनी निवासी जगदीश राम को बिजली विभाग ने एक महीने का 52 लाख रुपये का बिल थमा दिया।
ऊर्जा मित्र द्वारा बिल हाथ में मिलते ही उपभोक्ता के होश उड़ गए। सामान्यत: उनका मासिक बिजली बिल ₹2000 से ₹2200 के बीच आता था, लेकिन जून माह में अचानक 52 लाख का बिल देखकर वे हैरान रह गए।
3 महीने से परेशान उपभोक्ता
जगदीश राम पिछले तीन महीने से विभागीय कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें बार-बार आश्वासन दिया जा रहा है कि “2 से 5 दिनों में बिल सुधार दिया जाएगा”, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ।
स्मार्ट मीटर पर सवाल
जगदीश राम ने बताया कि विभाग की ओर से लगाए गए स्मार्ट मीटर के बाद ही यह गड़बड़ी हुई है। उनका कहना है कि विभाग की लापरवाही की वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
शिकायत दर्ज, फिर भी कार्रवाई नहीं
पीड़ित ने कार्यपालक अभियंता और जोनल मैनेजर तक शिकायत की है। आवेदन रिसीविंग की कॉपी भी उनके पास मौजूद है, लेकिन विभागीय स्तर पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

