जमशेदपुर। संवाददाता करीम सिटी कॉलेज के इतिहास विभाग तथा राजनीतिक विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एक व्याख्यान आयोजित किया गया। जिसका विषय था लंदन में 18 वीं शताब्दी के भारतीय दूत तथा उद्यमी। कार्यक्रम के लिए आमंत्रित अतिथि वक्ता जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, हरियाणा के प्रोफेसर अरुण कुमार चटर्जी थे। प्रोफेसर चटर्जी ने निर्धारित विषय पर विस्तृत वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए बताया कि साधारण लोगों के मस्तिष्क में विदेशियों के संबंध में केवल इतनी बातें मौजूद हैं कि उन्होंने भारत को अपना व्यापारिक क्षेत्र बनाया और इस संदर्भ में उनके हाथों यहां कुछ विकास कार्य भी हुए। लेकिन यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि लंदन जैसे विकसित शहर की स्थापना में भारतीयों का भी योगदान रहा। इस संदर्भ में उन्होंने चार महापुरुषों जोसेफ अमीन, मिर्जा अबू तालिब, शेख इहतशामुद्दीन तथा शेख दीन मोहम्मद का जिक्र किया और उनके योगदान से सभा को अवगत कराया। यह कार्यक्रम कॉलेज के सभागार में प्रारंभ हुआ। सर्वप्रथम प्राचार्य डॉ. मोहम्मद रेयाज के हाथों मुख्य अतिथि को शॉल ओढ़ाकर तथा पुष्पगुच्छ समर्पित कर सम्मानित किया गया। उन्होंने अतिथि के लिए स्वागत भाषण के शब्द भी प्रस्तुत किए। राजनीतिक विज्ञान के अध्यक्ष डॉ. अनवर शहाब ने प्रोफ़ेसर चटर्जी का परिचय प्रस्तुत किया। इतिहास विभाग की प्राध्यापिका डॉ. कौसर तस्नीम ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा अंत में इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. इंद्रसेन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सभा में डॉ. बीएन त्रिपाठी, प्रो. अहमद बद्र, डॉ. एससी गुप्ता, डॉ. नेहा तिवारी तथा डॉ. बसूधरा राय के अतिरिक्त दूसरे कई शिक्षक तथा असंख्य छात्र छात्राएं शामिल होकर लाभान्वित हुए। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर का भी एक सत्र रखा गया जिसमें प्रोफेसर चटर्जी ने शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के संतोषप्रद उत्तर दिए।