डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में जिला परिषद सदस्य और भाजपा नेता कर्ण सिंह की बुधवार देर रात मऊभंडार से गिरफ्तारी ने सियासी हलचल मचा दी है। उनके साथ भाजपा नेता हरप्रीत सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। दोनों पर बिल्डर रौशन लाल गुप्ता की शिकायत के आधार पर रंगदारी, मारपीट और धमकी जैसे आरोप लगाए गए हैं। गिरफ्तारी की खबर फैलते ही जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय समर्थकों के साथ घाटशिला थाना पहुंचे और पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए।
मामला दाहीगोड़ा हनुमान मंदिर के पास निर्माणाधीन अपार्टमेंट के ड्रेनेज सिस्टम से जुड़ा है। कर्ण सिंह ने आरोप लगाया कि बिल्डर ने बिना अनुमति रेलवे की जमीन पर गड्ढा खोदकर मंदिर के बगल से गंदा पानी नाली में बहाने की योजना बनाई, जिसका उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर विरोध किया। कर्ण सिंह ने इसे हिंदू समाज की आस्था पर ठेस बताया और अपनी गिरफ्तारी को साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि मामला पहले से ही प्रशासन के संज्ञान में था और बिल्डर को अंचल कार्यालय से नोटिस भी जारी हो चुका था।
वहीं, विधायक सरयू राय ने पुलिस की कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण और अनुचित ठहराया। उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ा आपराधिक मामला नहीं था, फिर भी पुलिस ने बिना ठोस जांच के कर्ण सिंह को हिरासत में लिया। सरयू ने आरोप लगाया कि प्रभावशाली लोगों के दबाव में यह कार्रवाई की गई। उन्होंने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। इस घटना से स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। बागबेड़ा की जिला पार्षद डॉ. कविता परमार सहित कर्ण के समर्थक भी थाने पहुंचे। सरयू ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मंत्री रामदास सोरेन को मामले की जानकारी दी है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है।