मिरर मीडिया : चीन में कोरोना के बेकाबू हो जाने के कारण कई इलाकों में सख्त लॉकडाउन लगाना पड़ा है। यहां सबसे अधिक आबादी वाले शंघाई शहर में लोग खाने-पीने तक के लिए तरस रहे हैं। चीन सरकार ने सभी सुपर मार्केट पर ताला लगा दिया है। लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है, इससे करीब 2.5 करोड़ से अधिक लोग घरों में कैद हो गए हैं। शंघाई शहर में 5 अप्रेल को 16,766 नए कोरोना केस सामने आए थे. इससे पहले 4 अप्रैल को 13086 कोरोना के केस सामने आए थे। शंघाई में कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए संघर्ष कर रहे चीन ने देशभर से 15,000 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया है। इनमें 2,000 से अधिक सैन्य चिकित्साकर्मी भी शामिल हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार शंघाई में हालात बेकाबू हो रहे हैं। पहले तो यहां की आबादी कई प्रकार की किल्लत से जूझ रही है तो दूसरी तरफ सरकार एक बार फिर सभी लोगों का सैम्पल ले रही है ताकि कोरोना टेस्ट किया जा सके। यहां पाबंदी हटने के लिए यह अनिवार्य शर्त रखी गई है कि सभी लोगों का कोरोना टेस्ट हो। इधर कुछ दिनों से कोरोना केसों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, तमाम कोशिशों के बावजूद केसों की संख्या कम नहीं हो रही है।
चीन में कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों को उनके माता-पिता से अलग रखा जाने लगा था। दोनों के लिए अलग-अलग क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए थे। लोगों की मांग पर अब प्रशासन ने संक्रमित माता-पिता या बच्चों को एक साथ रहने की अनुमति दे दी है। लोगों का कहना था कि हेल्थ आदि की हवाल देते हुए बच्चों से अलग रखा जा रहा था और उनकी जानकारी तक नहीं मिल पा रही थी।