डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया:बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव के क्षेत्र ने चक्रवात ‘डाना’ का रूप लेने की संभावना को जन्म दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवात आगामी बुधवार तक सक्रिय हो सकता है, जिसके चलते बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। पड़ोसी राज्य ओडिशा में भी मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बंगाल के विभिन्न जिलों में मंगलवार से बारिश शुरू होने की उम्मीद है, जो शनिवार तक जारी रह सकती है। विशेष रूप से पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों में अधिक बारिश होने की संभावना है। इस बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है।
अधिकारियों को निर्देश
राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को चक्रवात के प्रभाव की आशंका को देखते हुए आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि तैयारियों को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
चक्रवाती तूफान की संभावनाएं
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को चेतावनी दी थी कि 23 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान आ सकता है, जो ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों को प्रभावित करेगा। एक विशेष मौसम बुलेटिन में बताया गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव में बदल सकता है।
गंभीर स्थिति की आशंका
मौसम प्रणाली के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने के साथ, 22 अक्टूबर की सुबह तक यह दबाव में परिवर्तित होने और 23 अक्टूबर तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान में बदलने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में 23 से 25 अक्टूबर तक भारी वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस प्रणाली के गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप लेने की संभावना है। उन्होंने मछुआरों को 21 अक्टूबर तक तट पर लौटने की सलाह दी है, ताकि वे संभावित खतरे से बच सकें।
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