चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने ओडिशा में मचाई तबाही, तेज हवाओं और बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

KK Sagar
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बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात ‘दाना’ शुक्रवार सुबह ओडिशा के तट से टकरा गया, जिससे ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही का मंजर देखा जा रहा है। इस समय दोनों राज्यों में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘दाना’ का लैंडफॉल शुक्रवार सुबह से शुरू हुआ और यह प्रक्रिया कुछ घंटों तक जारी रही। चक्रवात के कारण ओडिशा के तटीय जिलों में पेड़ उखड़ गए हैं, कई सड़कों को नुकसान पहुंचा है, और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है।

आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात ‘दाना’ 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा था और यह केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच तट से टकराया। इस दौरान हवाओं की गति लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटे थी। चक्रवात के चलते समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और तटीय इलाकों में दो से तीन किलोमीटर तक पानी भरने की आशंका है। ओडिशा सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य तेज कर दिया गया है।

भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर

चक्रवात के टकराने के बाद से ओडिशा के कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी है। इसके चलते अनेक पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं, जिससे कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है। केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे तटीय जिलों में सड़कों पर जलजमाव हो गया है और यातायात बाधित हो गया है। पश्चिम बंगाल में भी ‘दाना’ का असर दिख रहा है, जहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवात ‘दाना’ के कारण अगले 24 घंटे में और भी तेज हवाएं और बारिश हो सकती है। ओडिशा के उत्तरी तटीय जिलों में लैंडफॉल होने के बाद, चक्रवात अब धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है, लेकिन अभी भी यह पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है और इसके चलते भूस्खलन की प्रक्रिया जारी है।

चक्रवात के असर से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य

ओडिशा और पश्चिम बंगाल की राज्य सरकारों ने चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं। प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ की टीमों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। कई जगहों पर पेड़ों और बिजली के खंभों को हटाने का कार्य भी किया जा रहा है ताकि यातायात और बिजली की आपूर्ति बहाल की जा सके। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों के भीतर ही रहने की अपील की है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।

चक्रवात ‘दाना’ के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं और तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसी के चलते अगले 24 घंटों तक अतिरिक्त सुरक्षा बरतने की सलाह दी गई है।

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