जमशेदपुर : उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में जिला सभागार में सभी तकनीकी विभागों के विभागीय कार्यों और आरईओ, लघु सिंचाई, पेयजल व स्वच्छता, पथ प्रमंडल की समीक्षात्मक बैठक में योजनाओं की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने कहा कि तकनीकी विभाग से संबंधित योजनाएं काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए आवश्यकता अनुसार संबंधित विभागों व स्थानीय प्रशासन से समन्वय स्थापित कर निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण करें। इस दौरान उपायुक्त ने बारी-बारी से विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उनके द्वारा ली गई योजनाओं तथा योजनाओं के अंतर्गत हुई प्रगति, निर्माण कार्य, अभी तक हुए भुगतान व लंबित भुगतान की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। भू-अर्जन के कारण जिन सड़कों के निर्माण में बाधा आ रही है उसमें संबंधित पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए भू-अर्जन के कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया।
आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए जमीन संबंधी समस्या को लेकर अपर उपायुक्त को यथोचित कार्रवाई के लिए निदेशित किया गया। साथ ही वैसे ग्राम जहां आंगनबाड़ी का निर्माण हो चुका है तथा योजना स्वीकृत है, उन योजनाओं को दूसरे ग्रामों में देने का निर्देश दिया गया। सभी विभागीय पदाधिकारियों से उनके विभागीय योजनाओं के लिए फॉरेस्ट लैंड क्लियरेंस के संबंध में जानकारी ली गई तथा मौके पर उपस्थित वन प्रमंडल के प्रतिनिधि को यथाशीघ्र उचित कार्रवाई के लिए निदेशित किया गया। उपायुक्त ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सड़क मरम्मतीकरण संबंधी समस्याओं पर संबंधित पदाधिकारियों को संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई के लिए निदेश दिए। उन्होने स्पष्ट कहा कि सड़कें वाहन चलाने योग्य हों इसे सुनिश्चित करेंगे। साथ ही मेटेनेंस पिरियड में जो भी सड़कें हैं तथा उनमें मरम्मतीकरण की जरूरत(गड्ढे हो गए हैं) है, तो तत्काल मरम्मत कराने के लिए निदेशित किया गया।
विद्युत विभाग की समीक्षा के क्रम में वैसे स्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्र जहां विधुतीकरण नहीं हुआ है उन सभी का जल्द से जल्द विद्युतीकरण कराने के निर्देश दिए गए। पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग की समीक्षा के क्रम में शौचालय निर्माण के संबंध में लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र की समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए । बैठक में अपर उपायुक्त प्रदीप प्रसाद, निदेशक डीआरडीए सौरभ कुमार सिन्हा, डी.सी.एल.आर रविन्द्र गगरई तथा अन्य संबंधित विभागों के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता उपस्थित थे।