डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: शंकोसाई क्षेत्र के 24 वर्षीय प्रदीप साहू की चार दिनों से चली आ रही गुमशुदगी की कहानी गुरुवार को एक भयानक अंत पर पहुंची, जब उनका शव स्वर्णरेखा नदी के श्यामनगर छठ घाट के पास पानी में तैरता मिला। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है, और प्रारंभिक जांच में पुलिस इसे हत्या का मामला मान रही है।
संदिग्ध दोस्तों को हिरासत में लिया गया
मृतक के पिता, पारस साहू, ने तुरंत अपने बेटे की हत्या का गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को तीन नामजद व्यक्तियों प्रदीप, कुंदन, बाला, और लुडो के नाम बताए। पारस साहू के अनुसार यही तीनों रविवार को प्रदीप को घर से बुलाकर ले गए थे और उन पर ही हत्या करके शव को नदी में फेंकने का शक है।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों नामजद आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। ओलीडीह और शंकोसाई पुलिस संयुक्त रूप से इन संदिग्धों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि हत्या के पीछे की गुत्थी और नदी में शव फेंकने के कारणों को उजागर किया जा सके।
पुलिस को हत्या का प्रबल संदेह
ओलीडीह थाना के एएसआई विजय कुमार यादव ने पुष्टि की कि स्थानीय लोगों द्वारा नदी में शव देखे जाने की सूचना मिली थी, जिसकी पहचान बाद में प्रदीप साहू के रूप में हुई। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया है।
हालांकि पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, प्रारंभिक जाँच और परिस्थितिजन्य साक्ष्य इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि यह एक सुनियोजित हत्या हो सकती है। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे मौत के सही कारण और समय का पता चल सके।
समुदाय में तनाव और मृतक का आपराधिक इतिहास
मृतक प्रदीप साहू के परिजनों के अनुसार, वह नशे का आदी था। इसके अलावा, दो साल पहले एक नाबालिग लड़की को भगाने के आरोप में वह जेल भी जा चुका था। प्रदीप के इस आपराधिक इतिहास के कारण पुलिस अब यह भी जाँच कर रही है कि कहीं इस हत्या के तार उसके पुराने विवादों या जेल से जुड़े संपर्कों से तो नहीं जुड़े हैं। परिवार में मातम है, जबकि श्यामनगर क्षेत्र में तनाव का माहौल है, जहाँ लोग जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं।

