नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुए भीषण हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं। हादसे में कई लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज लेडी हार्डिंग और LNJP अस्पताल में जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 9:30 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 पर अचानक भारी भीड़ उमड़ पड़ी। प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए स्टेशन पर यात्रियों का तांता लगा था। अचानक बढ़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया, जिससे ओवरब्रिज पर भगदड़ मच गई। पुलिस भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाई और अफरा-तफरी में लोग कुचले गए।
घटना के बाद हालात
घटनास्थल पर NDRF की टीम तैनात कर दी गई है, और रेल मंत्री ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है।
राष्ट्रपति ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में लोगों की मौत का समाचार बेहद दुखद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।”
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही
हादसे के चश्मदीदों ने बताया कि भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। 26 साल से रेलवे स्टेशन पर काम कर रहे एक शख्स ने कहा, “मैंने कभी इतनी भीड़ नहीं देखी। छठ पूजा में भी इतनी भीड़ नहीं होती। पुल पर इतनी पब्लिक थी कि पुलिस भी कंट्रोल नहीं कर पाई।”
रेलवे प्रशासन पर सवाल
इस घटना ने रेलवे प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। त्योहारों के दौरान अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए क्या पर्याप्त इंतजाम थे, यह जांच का विषय है।
रेल मंत्री ने कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।