जमशेदपुर : हत्या के आरोप में घाघीडीह जेल में बंद दीपक कुमार ने आत्महत्या का प्रयास किया। उसने जेल परिसर में लगे अग्निशमन यंत्र का नोजल खोल कर अपने मुंह में ले लिया और स्प्रे करने की कोशिश की। इस पर नजर पड़ते ही जेल में मौजूद पुलिसकर्मियों, जेलकर्मियों और कैदियों में हड़कंप मच गया। हालांकि उन्होंने किसी तरह उसे बचा लिया। उसके बाद दीपक को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। घटना बीते 2 सितंबर की शाम करीब पौने सात बजे की है। मामले का खुलासा तब हुआ जब इसे लेकर घाघीडीह जेल के अधीक्षक नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने परसुडीह थाना में दीपक के खिलाफ आत्महत्या का प्रयास करने का मामला दर्ज कराया। बता दें कि आरोपी ने कदमा तीस्ता रोड में अपनी पत्नी दो बच्चे और ट्यूशन टीचर की बेरहमी से हत्या की थी। सभी पर हथौड़ा से हमला करके घटना को अंजाम दिया था। ट्यूशन टीचर की हत्या एक दिन पहले और पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर दी थी दूसरे दिन 11 बजे जब ट्यूशन टीचर दोनों बच्चों को पढ़ाने के लिए घर पर आई थी। तभी दीपक ने उसे दबोच लिया और हथौड़ा से हमला करके हत्या कर दी थी। घटना को अंजाम देने के बाद धनबाद चला गया था। वहां पर एक बैंक से रुपए की निकालने के लिए लाइन में लगा हुआ था। इस बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
घाघीडीह जेल में बंद दीपक ने किया आत्महत्या का प्रयास, पत्नी, दो बच्चों समेत ट्यूशन टीचर को उतारा था मौत के घाट

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