धनबाद वासी अपराधियों से नहीं बल्कि अब ट्रैफिक पुलिस से डरे हुए है : भयदोहन से ग्राहक बाजार आने से लगे हैं कतराने – बैंक मोड़ चैम्बर
ट्रैफिक से त्रस्त व्यस्तम मार्केट क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस का चेकिंग और भयादोहन अभियान
मिरर मीडिया : ट्रैफिक पुलिस की मनमानी और भायदोहन वाले रवैये को लेकर ट्रैफिक डीएसपी एवं सम्बंधित पदाधिकारियों से बुधवार को बैंक मोड़ चैम्बर का एक प्रतिनिधिमंडल मिलकर विरोध दर्ज करेगा। दरअसल आज बैंक मोड़ में ट्रैफिक पुलिस द्वारा आमजनमानस के प्रति भायदोहन वाले रवैया देखने को मिला। प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रैफिक पुलिस सुधीर कुमार द्वारा बैंक मोड़ में आने वाली बाइक और स्कूटी को खींच कर चाबी निकाल कर पेपर मांगा जा रहा था जबकि उनकी अपनी बाइक में आगे नंबर प्लेट गायब है। इस को देखते हुए तुरंत बैंक मोड़ चैम्बर अध्यक्ष प्रभात सरोलीय सचिव प्रमोद गोयल प्रशासन प्रभारी लोकेश अग्रवाल उक्त स्थान पर पहुंचकर ट्रैफिक इंस्पेक्टर के सामने अपना विरोध जताया और शिकायत की।


वहीं बैंक मोड़ चैम्बर के मुताबिक ट्रैफिक पोस्ट को वसूली केंद्र बना दिया गया है। पूरा बाजार पूजा त्योहारों में भी खाली और ग्राहक विहीन हो गया है। ट्रैफिक पुलिस को ट्रैफिक कंट्रोल से कोई लेना देना नही है सिर्फ वसूली और भयादोहन ही इनका कर्तव्य हो गया है।
बैंक मोड़ चैम्बर ने हमेशा उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुलिस को समय समय पर सम्मानित भी किया है लेकिन इस तरह के गलत कार्य को कभी बर्दास्त नही करेगा। कल बैंक मोड़ चैम्बर का एक प्रतिनिधिमंडल इस संदर्भ में ट्रैफिक डीएसपी एवं अन्य ट्रैफिक पदाधिकारियों से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज करेगा।

गौरतलब है कि बैंक मोड़ चैम्बर क्षेत्र में शहर के अति व्यस्तम जेपी चौक, बिरसा मुंडा चौक पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा आम जनता को जबरदस्त तरीके से तबाह किया जा रहा है। आज हालात ये हो गए है कि कोई भी ग्राहक बैंक मोड़ या अन्य बाजार आना ही नही चाह रहे है। जबकि इसके विपरित ऑटो, टोटो वाले निर्भीक होकर बिना लाइसेंस और कागजात के अपनी गाड़ी चला रहे हैं। उसकी जांच करने की ट्रैफिक पुलिस कोई जरूरत नहीं समझते है।
बैंक मोड़ चैम्बर ने कहा कि हमारा प्रशासन से अनुरोध है कि राज्य सीमा या बोर्डर की तर्ज पर बैंक मोड़ पुराना बाजार हीरापुर सरायढेला बरटांड जैसे अति व्यस्तम इलाके में ट्रैफिक नाका लगा दिया जाय। सभी गाड़ियों को रोककर कर सारे कागजात की जांच उपरांत ही गाड़ी पास होने दे। क्योंकि यहां व्यापारी और ग्राहकों का आवागमन है, हालांकि ऐसा नाका लगते ही पूरा बाजार ही खत्म हो जाएगा। ना ग्राहक आयेंगे और न ही फिर ट्रैफिक पुलिस की जरूरत रहेगी।

जिस तरह का आतंक धनबाद में ट्रैफिक पुलिस ने मचा रखा है धनबाद वासी अब अपराधियों से भयभीत नही है बल्कि पुलिस से डरे हुए है। ऐसा लगता है कि पहले से उपेक्षित धनबाद को धनबाद ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह समाप्त कर देने की तैयारी में लग गई है।