डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए बुधवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है, जो शाम 6 बजे तक चलेगा। हर एक वोट की अहमियत को देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदाताओं को मोबाइल पर संदेश भेजकर वोट डालने की अपील की है। राजनीतिक दलों ने भी मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस चुनाव में युवाओं, महिलाओं और कामकाजी लोगों की भूमिका निर्णायक साबित हो सकती है। इन्हीं मतदाताओं पर दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की किस्मत टिकी है।
699 उम्मीदवार मैदान में, किसके सिर सजेगा दिल्ली का ताज?
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के प्रत्याशियों सहित कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। दिल्ली के 1 करोड़ 56 लाख 14 हजार मतदाता यह तय करेंगे कि किस पार्टी के मुद्दे जनता को भा रहे हैं और कौन मतदाताओं की नजरों से उतर चुका है।
युवा और कामकाजी मतदाता होंगे किंगमेकर
दिल्ली में 18 से 39 वर्ष की आयु के युवा मतदाता 45.18% हैं, जबकि महिला मतदाता 46.34% हैं। यही वजह है कि राजनीतिक दलों ने पहले से ही इन्हें रिझाने के लिए रणनीतियां बनाई थीं। दिलचस्प बात यह है कि 30-59 वर्ष के कामकाजी उम्र के मतदाताओं की संख्या 65.94% है। इनमें 30 से 39 वर्ष के 26.81% युवा मतदाता भी शामिल हैं। नौकरीपेशा और कामकाजी वर्ग के 70% से अधिक मतदाता चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।
बुजुर्ग मतदाता भी दिखाएंगे दम
दिल्ली में 70 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 10 लाख 65 हजार 679 मतदाता हैं। इनमें 5 लाख 25 हजार 893 पुरुष और 5 लाख 39 हजार 759 महिलाएं हैं। दिलचस्प यह है कि बुजुर्ग महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से 13,866 ज्यादा है। इसके अलावा 27 थर्ड जेंडर मतदाता भी इस चुनाव का हिस्सा हैं। बुजुर्ग मतदाता भी पूरे जोश के साथ मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं।
दिल्ली के मुद्दे: जनता क्या चाहती है?
इस चुनाव में कई अहम मुद्दे चर्चा में हैं, जिन पर मतदाता अपनी राय दे सकते हैं:
– मुफ्त सुविधाएं
– यमुना की सफाई
– वायु प्रदूषण
– ट्रैफिक जाम
– कूड़े के पहाड़
– लचर परिवहन व्यवस्था
– शिक्षा और स्वास्थ्य
– सुरक्षा व्यवस्था
– दिल्ली का विकास
किन इलाकों में रहेगी कड़ी टक्कर?
दिल्ली की कुछ प्रमुख विधानसभा सीटों पर जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल सकता है:
– नई दिल्ली
– जंगपुरा
– कालकाजी
– रोहिणी
– बादली
– बाबरपुर
– सीलमपुर
– ओखला
दिल्ली की सत्ता किसके हाथ जाएगी, यह आज शाम तक मतदाताओं के फैसले पर निर्भर करेगा। अब सबकी नजरें वोटिंग प्रतिशत और मतदाताओं के रुझान पर टिकी हैं।