Delhi:“याचना नहीं, अब रण होगा…” दिनकर की इन पंक्तियों से भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिया सख्त संदेश

Neelam
By Neelam
3 Min Read

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच आज लगातार दूसरे दिन भारतीय सेना के महानिदेशक स्तर के अधिकारियों ने प्रेस ब्रीफिंग की। पहले दिन की प्रेस वार्ता का आगाज शिव तांडव स्तोत्र के संगीत से हुआ था। वहीं, आज राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता- ‘कृष्ण की चेतावनी’ के *“याचना नहीं, अब रण होगा…” का इस्तेमाल किया गया। दिनकर की इस पंक्ति के जरिए भारत ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की कोशिश की है।

समझदार को इशारा काफी- एयरमार्शल एके भारती

आज की ब्रीफिंग की शुरुआत रामधारी सिंह दिनकर की कविता से हुई, जिसकी लाइन ‘याचना नहीं अब रण होगा’ है। दिनकर की कृष्ण की चेतावनी कविता के अंशों का इस्तेमाल कर भारतीय सेना दहशतगर्दों के पनाहगाह पड़ोसी देश पाकिस्तान को क्या संदेश देना चाह रही है? इस सवाल पर एयरमार्शल एके भारती ने रामचरितमानस की पंक्तियों का उल्लेख किया और कहा कि समझदार को इशारा काफी है। एयरमार्शल भारती ने रामचरितमानस की पंक्तियों का उल्लेख किया और कहा कि जब राम समुद्र तट पर उपासना और प्रार्थना कर रहे थे वहां तुलसीदास ने लिखा है– विनय न मानत जलधि जड़ गए तीन दिन बीत बोले राम सकोप तब.. भय बिनु होहीं न प्रीत।

पाकिस्तान की सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया- एयरमार्शल एके भारती

एयर ऑपरेशन के डीजी एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। 7 मई को भारतीय वायुसेना ने केवल आतंकी ठिकानों पर हमला किया, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया और इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना लिया। इसके बाद हमने जवाबी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में पाकिस्तान का जो भी नुकसान हुआ, वह खुद इसके लिए जिम्मेदार है।

चीन में बने ड्रोन का पाकिस्तान ने किया इस्तेमाल

भारतीय सेना ने कुछ तस्वीरें भी दिखाईं। तस्वीरों में पाकिस्तान की तरफ से भारत पर किए गए हमले के दौरान इस्तेमाल की गई एक मिसाइल के अवशेष दिखे। सेना ने बताया कि ये PL-15 एयर-टू-एयर मिसाइल है। माना जा रहा है कि ये मिसाइल चीन में बनी है। इसके साथ ही, सेना ने YIHA और Songar ड्रोन के टूटे हुए हिस्से भी दिखाए। भारत ने इन ड्रोन को मार गिराया था। ये ड्रोन भी चीन में बने थे।

Share This Article