सदन में असंसदीय व्यवहार के चलते राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित किये गए डेरेक ओ’ब्रायन : चेयरमैन ने कहा कि आपका आचरण अभद्र है, आप पब्लिसिटी के लिए ड्रामा कर रहे हैं

Uday Kumar Pandey
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मिरर मीडिया : राज्यसभा के सभापति ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को मौजूदा सत्र के बाकी दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया। सदन में असंसदीय व्यवहार के चलते निलंबित किया गया  पीयूष गोयल ने प्रस्ताव रखा था

डेरेक ओ’ब्रायन पर गुस्सा होते हुए राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने कहा कि आपका आचरण अभद्र है, आप पब्लिसिटी के लिए ड्रामा कर रहे हैं।

राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने “सदन की कार्यवाही में लगातार बाधा डालने, सभापति की अवज्ञा करने और सदन में लगातार अशांति पैदा करने’ पर उनके निलंबन के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था। इसी प्रस्ताव के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई। इससे पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को भी सस्पेंड किया जा चुका है।

डेरेक ओ ब्रायन  के निलंबन के बाद विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा किया जिसके चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थ। इससे पहले दिल्ली सर्विस बिल पर बहस के दौरान राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सांसद डेरेक ओ ब्रायन की खिंचाई करते हुए कहा था कि आप केवल बाधा डालने और परेशान करने के लिए खड़े हो रहे हैं।

डेरेक को चार बार दी गई थी चेतावनी दरअसल, राज्यसभा में मणिपुर चर्चा को लेकर हंगामा हो रहा था। इसी बीच डेरेक ओ ब्रायन खड़े होकर कहने लगे कि मणिपुर पर चर्चा होनी चाहिए। सभापति ने उनसे शांत रहने की बार-बार अपील की लेकिन वे नहीं माने। तब सभापित धनखड़ काफी नाराज हो गए। तभी पीयूष गोयल उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेककर आए और उन्हें राज्यसभा से इस पूरे सत्र के लिए सस्पेंड करदिया। इसके तुरंत बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

राज्यसभा सांसद महेश जेठमलानी ने कहा कि वे(डेरेक ओ ब्रायन) इस तरह की कार्रवाई एक तरह से न्यौता दे रहे थे। मुझे लगता है कि उन्हें पहले ही चार बार चेतावनी दी गई थी लेकिन वे नहीं माने। इसलिए, मुझे लगता है कि सभापति के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था।

वहीं लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 2 दिनों में कुल 12 घंटे का समय अलॉट किया गया है। इसमें 29 मिनट YSRCP, 24 मिनट शिवसेना, 21 मिनट जेडीयू, 12 मिनट बीएसपी, 8 मिनट एलजेएसपी को दिया गया है। बाकी के एनडीए समर्थक दलों और निर्दलीय सांसदों को 17 मिनट मिलेंगे। इसमें एआईडीएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीपी, एसकेएम जैसे दल हैं। सपा, एनसीपी, सीपीआई, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी जैसे दलों को मिलाकर 52 मिनट समय दिया गया है।

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मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।
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