झाझा में उलाई नदी का रौद्र रूप, बिना बारिश आई रहस्यमयी बाढ़ : बरमसिया पुल पर खतरा, प्रशासन ने लगाया प्रतिबंध, देखें वीडियो….

KK Sagar
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झाझा : शनिवार की देर रात झाझा की जीवनधारा मानी जाने वाली उलाई नदी में अचानक तेज बहाव के साथ बाढ़ आ गई। हैरान करने वाली बात यह रही कि इलाके में शनिवार को बारिश नहीं हुई थी, बावजूद इसके नदी का जलस्तर देखते-देखते बढ़ता चला गया। नदी के इस अजीबो-गरीब रौद्र रूप ने लोगों को दहशत में डाल दिया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्षों के बाद इस तरह की बाढ़ उलाई नदी में देखने को मिली है। रात के समय ही हजारों लोग नदी के किनारे जमा हो गए और इस दुर्लभ नजारे को अपने मोबाइल और कैमरों में कैद करते रहे।

बरमसिया पुल और उलाई नदी में आई बाढ़

पुल के सटकर बहा पानी, बरमसिया पुल पर बड़ा खतरा

उलाई नदी पर बना बरमसिया पुल पहले से ही जर्जर हालत में था। अचानक आई इस बाढ़ ने पुल की हालत और भी नाजुक कर दी है। लोगों ने बताया कि पानी का स्तर इतना बढ़ गया कि पुल के सटकर पानी बहने लगा।

वहीं स्थानीय निवासी मनीष केशरी ने कहा कि ये बाढ़ करीब 20 साल बाद देखने कों मिला। नई पीढ़ी को इतने वर्षो बाद झाझा का उलाई नदी का रौद्र रूप देखने कों मिला है जिससे वो बड़े आश्चर्यचकित है। उन्होंने मांग की है कि कोई बड़ी घटना से पहले वैकल्पिक उपाय किया जाए।

बाढ़ के बाद प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए बरमसिया पुल पर आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। एहतियात के तौर पर पुल के दोनों किनारे करीब 4 फीट ऊँची अस्थायी दीवार खड़ी कर दी गई है। वहीं नगर परिषद झाझा की ओर से बड़े वाहनों के आवागमन को रोकने के लिए लोहे के बैरिकेड भी लगाए जा रहे हैं।

सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस की 112 नंबर की टीम को मौके पर तैनात किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे न तो नदी किनारे जाएं और न ही पुल पार करने की कोशिश करें।

झाझा BDO ने किया निरीक्षण, पूरी तरह लगा प्रतिबंध

रविवार की शाम झाझा के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) ने भी मौके पर पहुंचकर बरमसिया पुल का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रशासन ने निर्णय लिया कि फिलहाल सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुल पर पूरी तरह से आवागमन बंद रहेगा।

संपर्क में बाधा, व्यापार और स्कूलों पर असर

बरमसिया पुल झाझा को बरमसिया, चितोचक, महापुर, चांय समेत कई गांवों से जोड़ता है। पुल पर आवाजाही बंद होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि अब व्यापार, बच्चों के स्कूल जाने और शिक्षकों के आने-जाने में भारी दिक्कत होगी। लोग वैकल्पिक मार्ग की मांग कर रहे हैं।

फिलहाल प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग के रूप में सोहजाना मोड़ से हथिया पंचायत होते हुए करीब 5 किलोमीटर लंबा रास्ता सुझाया है। लेकिन इससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है।

नए पुल का शिलान्यास, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

इस बीच राहत की खबर यह है कि झाझा विधायक दामोदर राउत ने नए पुल का शिलान्यास कर दिया है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही नए पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

हालांकि जब तक नया पुल बनकर तैयार नहीं हो जाता, तब तक लोगों को वैकल्पिक मार्ग से ही झाझा आना-जाना पड़ेगा।

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