मिरर मीडिया, डिजिटल डेस्क : Dhanbad नन्हे फ़रिश्ते अभियान के तहत चार बच्चों को पांडरपाला में परिवार मिल गया है, लेकिन अभी तक दो बच्चों को घर नहीं मिल पाया है। इनमें से एक बच्चा, राजा, ने ख़ुद को बरवाअड्डा का बताया है और कहा कि उसके माता-पिता गुजर चुके हैं, जिससे वह भीख मांगने पर मजबूर हो गया है। राजा की वास्तविकता का पता लगाने के लिए सीडब्लूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने बरवाअड्डा थाना प्रभारी से संपर्क किया है। फिलहाल राजा को विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र में शेल्टर दिया गया है।
दूसरा बच्चा बिहार के रोहतास का है, लेकिन साक्ष्यों के अभाव में उसे उसके परिवार से नहीं जोड़ा जा सका है। फिलहाल यह बच्चा चाइल्ड लाइन के संरक्षण में है।
आज रेलवे स्टेशन से एक नौ वर्षीय बच्ची मिली, जो भूली की निवासी है। बरवाअड्डा पुलिस को भी रात में एक बारह वर्षीय बच्ची मिली। दोनों मामलों में सीडब्लूसी ने इन बच्चियों को सुरक्षित आवास में रखा है।
रेस्क्यू के दौरान नन्हे फ़रिश्ते अभियान के तहत आज सीडब्लूसी के आदेशानुसार और ज़िला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी की अनुशंसा पर चाइल्ड लाइन ने इन दोनों बच्चियों को नए कपड़े दिए। दोनों बच्चियों के पास गंदे और फटे हुए कपड़े थे, लेकिन नए कपड़े पाकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।