मिरर मीडिया संवाददाता, धनबाद: चिरकुंडा थाना कांड संख्या 267/24 के संदर्भ में आज धनबाद जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल के नेतृत्व में एक आठ सदस्यीय शिष्टमंडल ने धनबाद के डीसी और वरीय पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की।
क्या है मामला?
29 नवंबर की रात चिरकुंडा में कुछ स्थानीय अपराधी प्रवृत्ति के युवकों ने कीर्तन कर घर लौट रहे मारवाड़ी व्यापारी समाज के लोगों पर थूक दिया। इसका विरोध करने पर उन युवकों ने हरवे-हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में अभिषेक जिंदल और गौरव अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा, राहुल खरकिया और संदीप अग्रवाल को भी चोटें आईं।
इस घटना के संबंध में चिरकुंडा थाना में आरोपियों अंकित यादव, रोहित यादव, राजू, बोना और अन्य के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई। पुलिस ने इस मामले में धारा 147, 148, 149, 324, 307, 379, 191(2), 191(3), 190, 118(1), 109, 303(2) DNS के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहें सवाल
घटना के 13 दिन बीतने के बाद भी अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पीड़ित परिवार और समाज में भय का माहौल है, जबकि आरोपी बेखौफ होकर खुलेआम घूम रहे हैं।
क्या की गई मांग?
आज कृष्णा अग्रवाल के नेतृत्व में सम्मेलन के प्रमंडलीय मंत्री जितेंद्र अग्रवाल, सचिव निरंजन अग्रवाल, प्रणय गढ़्यान, राजू जिंदल, संदीप अग्रवाल, विकास गढ़्यान और आकाश गढ़्यान ने उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक से मिलकर दो प्रमुख मांगें रखीं:
- आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी।
- चिरकुंडा स्थित तालडांगा इलाके में चल रही अवैध शराब की भट्ठियों को बंद कराया जाए।
डीसी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मारवाड़ी समाज में आक्रोश का माहौल इस घटना ने मारवाड़ी व्यापारी समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है। समाज ने प्रशासन से शीघ्र न्याय सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और समाज में सुरक्षा की भावना बहाल हो।