धनबाद के उपायुक्त आदित्य रंजन ने सोमवार को एक मिसाल पेश करते हुए घायल उंगली का इलाज सदर अस्पताल में करवाया। अपने व्यस्त प्रशासनिक दायित्वों के बावजूद वे बिना किसी विशेष सुविधा के आम नागरिक की तरह अस्पताल पहुंचे, पंजीकरण करवाया और चिकित्सा प्रक्रिया पूरी करवाई।
सूत्रों के अनुसार, उपायुक्त के अचानक अस्पताल पहुंचने की खबर मिलते ही सदर अस्पताल में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने तुरंत स्थिति को संभाला और चिकित्सकीय टीम ने तत्परता से इलाज शुरू किया। उपायुक्त की उंगली में हल्की चोट थी, जिसका प्राथमिक उपचार सफलतापूर्वक किया गया।
इलाज के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा:
“सरकारी अस्पतालों में इलाज की अच्छी व्यवस्था है। जब तक हम खुद यहां इलाज नहीं कराएंगे, तब तक जनता का भरोसा कैसे बढ़ेगा? मेरा उद्देश्य है कि आम लोग बिना झिझक सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें।”
उनके इस कदम को जनमानस में सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि डीसी ने खुद इलाज करवा कर आम जनता को सरकारी व्यवस्था पर भरोसा रखने का स्पष्ट संदेश दिया है।