मिरर मीडिया संवाददाता, धनबाद: समाज के हर तबके तक कानूनी जागरूकता फैलाने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से किन्नर, पूर्व सैनिक और पूर्व शिक्षक भी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के लिए काम करेंगे। झालसा के निर्देश पर समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े 10 लोगों को पैरा लीगल वॉलंटियर (पीएलवी) नियुक्त किया गया है।
बुधवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण वीरेंद्र कुमार तिवारी और अवर न्यायाधीश राकेश रोशन ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि आम लोगों को सस्ता, सुलभ और त्वरित न्याय प्रदान करने की दिशा में कई सार्थक कदम उठाए गए हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विभिन्न इलाकों में पैरा लीगल वॉलंटियर की नियुक्ति की गई है।
समाज के हर वर्ग से रहेंगे प्रतिनिधि
डालसा के सचिव और अवर न्यायाधीश राकेश रोशन ने बताया कि इस बार समाज के हर तबके से प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। नवनियुक्त पीएलवी में किन्नर समुदाय से श्वेता किन्नर और शिवानी किन्नर, रिटायर्ड आर्मी मैन अशोक कुमार सिंह, शिक्षकों में उदय राम, संतोष कुमार, अजहरुद्दीन अंसारी और राजेश कुमार सिन्हा शामिल हैं। इसके अलावा, डॉ. रुद्र नारायण दे, डॉ. प्राण मोहन और सुंबुल केशर भी इस टीम का हिस्सा हैं। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ये सभी पीएलवी के तौर पर समाज में काम करेंगे।
किन्नर समुदाय में उत्साह का माहौल
नवनियुक्त पीएलवी श्वेता किन्नर और शिवानी किन्नर ने कहा, “डालसा के साथ जुड़कर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। न्यायपालिका ने हमें इस काबिल समझा और सम्मान दिया।” उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य है कि गरीब और असहाय लोगों को न्याय मिल सके और छोटे-छोटे विवादों को शुरुआती स्तर पर ही बातचीत और समझौते से सुलझाया जा सके।
प्रशासन के सहयोग से होगा काम
डालसा की यह टीम गाँव-गाँव जाकर कानूनी जागरूकता फैलाने, त्वरित न्याय दिलाने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में प्रशासन के सहयोग से काम करेगी। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें कानूनी प्रक्रिया, अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, ताकि वे समाज के हर व्यक्ति की मदद कर सकें।