संवाददाता, धनबाद: गोविंदपुर थाना क्षेत्र के आमाघाटा जंगल में रविवार सुबह एक नाबालिग दिव्यांग बच्ची अर्धनग्न अवस्था में सड़क किनारे मिली। राहगीरों ने उसे देखकर तुरंत स्थानीय लोगों को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही गोविंदपुर पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर स्थिति में पाई गई बच्ची को इलाज के लिए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया।
डॉक्टरों की जांच में बच्ची के शरीर पर कई गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं, जिससे उसके साथ हिंसा की आशंका जताई जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्ची वहां कैसे पहुंची और उसके साथ क्या घटना घटी।
इधर, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गोविंदपुर इंस्पेक्टर रुस्तम से बातचीत की और बच्ची की चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली। CWC के निर्देश पर चाइल्ड हेल्पलाइन की पूनम कुमारी और प्रियंका अस्पताल पहुंचीं और बच्ची की स्थिति का जायजा लिया।
कुछ देर के लिए होश में आने पर बच्ची ने खुद को चंडीगढ़ निवासी बताया और अपनी उम्र 10 साल बताई। हालांकि, सिर पर गंभीर चोट होने के कारण उससे ज्यादा सवाल-जवाब नहीं किए गए, ताकि उसकी मानसिक स्थिति पर असर न पड़े।
फिलहाल CWC और पुलिस बच्ची की पहचान और इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है।
(रिपोर्ट: प्रिया पांडेय)