संवाददाता, धनबाद: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बुधवार को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) का निरीक्षण किया। उनके साथ स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह और उपायुक्त माधवी मिश्रा भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के बाद मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक कर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए चर्चा की।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोत्तम स्तर पर पहुंचाना प्राथमिकता है। उन्होंने धनबाद को संथाल परगना का महत्वपूर्ण केंद्र बताते हुए कहा कि यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा, क्योंकि आसपास के जिलों के मरीज यहां रेफर होते हैं।
6 माह में शुरू होगी सुपर स्पेशियलिटी सुविधा
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि रांची सदर अस्पताल मॉडल को एसएनएमएमसीएच में लागू किया जाएगा। धनबाद में भी निजी चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को आगामी छह महीनों में शुरू किया जाएगा, जिसमें कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी और ऑंकोलॉजी सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे मरीजों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पुराने भवन का होगा जीर्णोद्धार, नई सेंट्रल लैब बनेगी
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पताल में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए नए परिसर में ओपीडी और आईपीडी को शिफ्ट किया जाएगा। इसके साथ ही नई सेंट्रल लैब बनाई जाएगी और पुरानी बिल्डिंग का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा।
एमबीबीएस और पीजी सीटों में होगा इजाफा
उन्होंने बताया कि वर्तमान में एसएनएमएमसीएच में एमबीबीएस की 100 सीटें हैं, जिसे 2026-27 तक 150 और बाद में 200 तक बढ़ाने का प्रस्ताव है। वहीं, पीजी के लिए मौजूदा 9 सीटों को बढ़ाकर 59 और दो वर्षों में 100 सीट करने की योजना है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने की समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्री के साथ रांची से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने एसएनएमएमसीएच के चिकित्सकों और विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की। बैठक में अस्पताल की वर्तमान स्थिति और सुधार के संभावित उपायों पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, उपायुक्त माधवी मिश्रा, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य डॉ. कृष्ण कुमार लाल, डॉ. डीपी भूषण, डॉ. यूके ओझा, डॉ. बीके पांडेय, डॉ. प्रकाश कुमार, डॉ. सुनील कुमार वर्मा, डॉ. राज लक्ष्मी समेत अन्य चिकित्सक मौजूद रहे। इस पहल से धनबाद और पूरे झारखंड की स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है।