Dhanbad जिले के चिरकुंडा थाना क्षेत्र में अवैध बालू उठाव के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस ने बराकर नदी के डुमरकुंडा बालू घाट से व्यवसायिक बालू उठाव करने के आरोप में नौ ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया है। इस कार्रवाई के दौरान निरसा एसडीपीओ रजत माणिक बाखला के निर्देश पर चिरकुंडा थाना प्रभारी रामजी राय ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। जांच पूरी होने तक घाट से बालू उठाव पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
क्या है पूरा मामला
रविवार को सुबह के समय डुमरकुंडा दक्षिण पंचायत स्थित बालू घाट से पंचायत स्तर पर बालू का उठाव शुरू किया गया था। इसके लिए पंचायती राज पदाधिकारी धनबाद और एग्यारकुंड के सीओ के निर्देश भी जारी किए गए थे। हालांकि, कुछ समय बाद पुलिस को सूचना मिली कि बड़े पैमाने पर बालू का व्यवसायिक उपयोग के लिए उठाव किया जा रहा है, जो नियमों के खिलाफ है।
एसडीपीओ रजत माणिक बाखला ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चिरकुंडा थाना प्रभारी रामजी राय को तत्काल जांच के लिए घाट पर भेजा। जांच के दौरान उन्होंने पाया कि बालू का उठाव सुंदरनगर बालू घाट से किया जा रहा था, जिसे नियमों के अनुसार केवल सरकारी और पंचायत के कार्यों में उपयोग की अनुमति है।
कार्रवाई की प्रक्रिया और पुलिस की सतर्कता
चिरकुंडा थाना प्रभारी रामजी राय ने मौके पर पहुंचकर तुरंत नौ ट्रैक्टरों का चालान जब्त कर लिया, जो बालू से भरे हुए थे। उन्होंने निर्देश दिए कि जांच पूरी होने तक घाट से बालू उठाव बंद कर दिया जाए, ताकि व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए अवैध बालू उठाव को रोका जा सके। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने घाट की निगरानी बढ़ा दी है और भविष्य में भी अवैध बालू उठाव को रोकने के लिए सख्ती बरतने की बात कही है।
एसडीपीओ का बयान
एसडीपीओ रजत माणिक बाखला ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि घाट से बड़े पैमाने पर बालू का व्यवसायिक उठाव किया जा रहा है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी और उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि नियमों के अनुसार बालू का उपयोग केवल सरकारी कार्यों और पंचायत स्तर के कार्यों में ही किया जाना चाहिए।
पंचायत का पक्ष और अगली कार्रवाई
डुमरकुंडा दक्षिण पंचायत की मुखिया संगीता पासवान ने बताया कि इस मामले की जानकारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश बाउरी और एग्यारकुंड के सीओ कृष्ण कुमार मरांडी को दे दी गई है। उन्होंने आगे बताया कि इन दोनों अधिकारियों के निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पंचायत ने कहा कि बालू का उपयोग केवल पंचायत और सरकारी कार्यों के लिए ही किया जाएगा, और इस मामले में जो भी अनियमितता पाई जाएगी, उसके अनुसार आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
अवैध बालू उठाव पर प्रशासन की सख्ती
इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस दोनों ने बालू उठाव के मामलों में सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने घाटों पर नियमित जांच के आदेश जारी किए हैं, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार का अवैध व्यवसायिक बालू उठाव न हो सके।