डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: जनवरी-फरवरी में महाकुंभ के बाद अब मार्च के पहले पखवाड़े में होली और दूसरे पखवाड़े में चैत्र नवरात्र के कारण ट्रेनों में सीट मिलना मुश्किल हो गया है।
30 मार्च से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, जिसके चलते 27-28 मार्च से ही वैष्णोदेवी, विंध्याचल और मैहर जाने वाली ट्रेनें फुल हो गई हैं। इस समय यात्रियों की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट लंबी हो गई है।
अप्रैल के पहले सप्ताह में रामनवमी के मौके पर अयोध्या जाने वाली ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग लिस्ट देखने को मिल रही है। खासतौर पर जम्मूतवी एक्सप्रेस और हावड़ा-कालका नेताजी एक्सप्रेस के स्लीपर श्रेणी में नो रूम की स्थिति बन गई है।
अतिरिक्त ठहराव की संभावना
धनबाद से कोल्हापुर जाने वाली दीक्षाभूमि एक्सप्रेस को मैहर और पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस को विंध्याचल में अतिरिक्त ठहराव मिलने की उम्मीद है। प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्र के दौरान इन ट्रेनों का अतिरिक्त ठहराव दिया जाता है। इसके अलावा, कुछ अन्य ट्रेनों के विंध्याचल में अस्थायी ठहराव होने की संभावना जताई जा रही है।
ट्रेन की स्थिति
कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस
स्लीपर श्रेणी में 28, 30 और 31 मार्च को नो रूम, और अप्रैल में 1 से 7 तक के अन्य दिनों में भी वेटिंग लिस्ट है। इकोनॉमी थर्ड और सेकेंड एसी में भी वेटिंग लिस्ट।
दून एक्सप्रेस
स्लीपर श्रेणी में 28 मार्च को नो रूम, अन्य तिथियों में वेटिंग लिस्ट, थर्ड और सेकेंड एसी में भी वेटिंग लिस्ट।
गंगा-सतलज एक्सप्रेस
28 मार्च से 6 अप्रैल तक स्लीपर से सेकेंड एसी तक वेटिंग लिस्ट है।
हावड़ा-कालका नेताजी एक्सप्रेस
28 और 30 मार्च को स्लीपर में नो रूम।
मुंबई मेल, हावड़ा-बीकानेर, हावड़ा-जोधपुर और चंबल एक्सप्रेस
28 मार्च से इन ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट है।इस तरह, मार्च में यात्रा करने वाले यात्रियों को ट्रेनों की भारी भीड़ और सीटों की कमी से जूझना पड़ सकता है।