संवाददाता, धनबाद: बलियापुर अंचल कार्यालय में शुक्रवार को अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण की रोकथाम के लिए अंचल स्तरीय माइनिंग टास्क फोर्स की अहम बैठक आयोजित की गई। अंचल अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन और वन भूमि पर ओबी डंपिंग के गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
गोल्डन पहाड़ी क्षेत्र में लोगों पर संकट, हादसे की आशंका
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गोल्डन पहाड़ी, गोकुल पथ, बिल थोड़ा एवं सुरंगा क्षेत्र में हो रही ओबी डंपिंग से स्थानीय निवासियों की सुरक्षा खतरे में है। बीसीसीएल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि वे तत्काल सर्वे कर यह बताएं कि कितने परिवार प्रभावित हो रहे हैं और उसकी रिपोर्ट अंचल कार्यालय को सौंपें।
अवैध उत्खनन पर संयुक्त कार्रवाई
बीसीसीएल प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि पहाड़ीगोड़ा क्षेत्र में अवैध उत्खनन की सूचना है, जिस पर सीआईएसएफ, बीसीसीएल थाना एवं अंचल प्रशासन की संयुक्त टीम कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा झरिया और बलियापुर अंचल के संयुक्त बैठक की योजना बनाई गई है, जिससे समस्याओं की सूची बनाकर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
वन भूमि पर डंपिंग – आउटसोर्सिंग कंपनी पर आरोप
वन भूमि पर अवैध रूप से ओबी डंप किए जाने का मामला बैठक में प्रमुखता से उठा। बीसीसीएल प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी आउटसोर्सिंग कंपनी को एनओसी नहीं दी है, लेकिन कंपनियां जबरन डंपिंग कर रही हैं। अंचल अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पहले ही वनवाद दायर किया जा चुका है और आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जमीन का सीमांकन अनिवार्य, लापरवाही पर जवाबदेही तय
बीसीसीएल को सख्त निर्देश दिए गए कि वे अपने जमीन का सर्वे कर सीमांकन करें और बाड़बंदी शुरू करें। पत्थर गाड़कर क्षेत्र सीमित करें ताकि ग्रामीणों के साथ विवाद या झड़प की स्थिति न बने। यदि लापरवाही से कोई हादसा या विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी बीसीसीएल और आउटसोर्सिंग कंपनी की होगी।
सीआईएसएफ ने खोला राज – कोयले की अवैध डंपिंग
सीआईएसएफ के उप समादेष्टा ने बताया कि कई हाईवा गाड़ियाँ ओबी की जगह कोयला ले जाकर डंपिंग एरिया में गिरा देती हैं। ग्रामीण दलालों के बहकावे में आकर कोयला चुनने पहुंचते हैं, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है। यह पूरी तरह आउटसोर्सिंग कंपनी की लापरवाही है।
समस्याओं के समाधान को लेकर होंगी और बैठकें
प्रभावित क्षेत्रों में पहले पब्लिक मीटिंग की जा चुकी है और आगे भी ऐसी बैठकें कर समाधान निकाला जाएगा। कोयलांचल क्षेत्रों में जमीन विवादों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने का निर्णय भी लिया गया है।
बैठक में क्षेत्रीय महाप्रबंधक बीसीसीएल (लौदना, बस्ताकोला), समादेष्टा सीआईएसएफ बलियापुर प्रक्षेत्र, बलियापुर एवं तीसरा थाना प्रभारी, अलकडीहा ओपी प्रभारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि पूर्व में जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक में लिए गए निर्णयों के आलोक में सभी अंचलों में अंचल स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्य अवैध खनन, परिवहन और भंडारण पर रोक लगाना है। बलियापुर अंचल में हुई इस बैठक की कार्यवाही उपायुक्त धनबाद समेत संबंधित अधिकारियों को भेज दी गई है।