मिरर मीडिया संवाददाता, धनबाद: खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत 15 दिसंबर, 2024 से जिले में धान अधिप्राप्ति कार्य शुरू होगा। धनबाद की उपायुक्त माधवी मिश्रा ने किसानों से अपील की है कि वे अपने धान की बिक्री केवल पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों) के माध्यम से करें। जिला प्रशासन ने धान अधिप्राप्ति के लिए कुल 16 केंद्र स्थापित किए हैं।
धान अधिप्राप्ति की तैयारियां पूरी
झारखंड सरकार के खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निर्देशानुसार अधिप्राप्ति की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इनमें अधिप्राप्ति केंद्रों का चयन, राइस मिलरों का चयन, आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था और मानव बल की तैनाती शामिल है।
धान की कीमत और बोनसइस वर्ष किसानों को उनके धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,300 रुपये प्रति क्विंटल और बोनस 100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा। हालांकि, कुछ किसानों द्वारा बिचौलियों को एमएसपी से कम कीमत पर धान बेचने की खबरें भी सामने आई हैं।
डीसी माधवी मिश्रा ने किसानों को सरकार की योजना का लाभ दिलाने और एमएसपी व बोनस की जानकारी देने के लिए अधिकारियों को व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। जिला आपूर्ति पदाधिकारी, कृषि पदाधिकारी, सहकारिता पदाधिकारी और कृषक मित्रों को किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है।
धान बिक्री पैक्स के माध्यम से करने की अपील
डीसी ने बताया कि जिले के सभी 16 अधिप्राप्ति केंद्र विभिन्न पैक्स के माध्यम से संचालित होंगे। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि वे अपना धान केवल इन अधिप्राप्ति केंद्रों पर ही बेचें और बिचौलियों से बचें।
बिचौलियों पर रोक लगाने के निर्देश
डीसी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रचार-प्रसार के जरिए यह सुनिश्चित किया जाए कि किसान खुले बाजार या बिचौलियों को एमएसपी से कम कीमत पर धान न बेचें। उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ दिलाने के लिए 15 दिसंबर से शुरू हो रहे धान अधिप्राप्ति अभियान को सफल बनाना प्राथमिकता है।
धनबाद जिला प्रशासन किसानों को आश्वस्त कर रहा है कि उन्हें उनके धान का उचित मूल्य मिलेगा और अधिप्राप्ति प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।