जमशेदपुर : निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग को लेकर मंगलवार को जेसीएम ने जिला शिक्षा अधीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि झारखंड छात्र मोर्चा को विगत माह से छात्रों,अभिभावकों व स्कूल में कार्यरत शिक्षकों द्वारा विद्यालय के मनमानी की जानकारी मिल रही है। विद्यालय द्वारा उन्हें उत्पीड़ित करने की बात सामने आई है। पूर्वी सिंहभूम में संचालित सभी निजी विद्यालय द्वारा मासिक शुल्क में वृद्धि की गई। लेकिन इसके बावजूद भी छात्रों द्वारा विद्यालय को मासिक ट्यूशन फीस प्राप्त ना होने की बात कही जा रही है और विद्यालय द्वारा भी सरकार के दिशा निर्देश की अवहेलना की जा रही हैं। जिसमें कोरोना काल में फीस बढ़ोतरी न करने के आदेश की अनदेखी भी की जा रही है और इसके बावजूद भी छात्रों द्वारा फीस ना दिए जाने का हवाला दिया जा रहा है।
झारखंड छात्र मोर्चा ने उन तमाम विद्यालयों से कोरोना काल से पहले उनके मासिक फीस स्ट्रक्चर व शिक्षकों के वेतन सूची तथा कोरोना काल के दौरान उनके फीस ढांचे की सूची में वृद्धि व कमी के विवरण को साझा करने की मांग की है। ताकि झारखंड छात्र मोर्चा विद्यालयों की मनमानी व उनके द्वारा फीस न मिलने का झूठा हवाला देते हुए छात्रों व कार्यरत शिक्षकों को वेतन ना देकर उनके ऊपर हो रहे अत्याचार को रोका जा सके और उन्हें इंसाफ दिलाया जा सके। साथ ही जेसीएम ने कहा है कि सभी लोगों के ऊपर हो रहे उत्पीड़न को विद्यालय द्वारा नहीं रोका गया तो झारखंड छात्र मोर्चा इसका पुरजोर विरोध करेगी।
उत्पीड़न करने वाले विद्यालय व फीस ना मिलने का हवाला देने वाले विद्यालय में मुख्य रूप से 3 विद्यालयों का नाम उभर कर सामने आया है जिसमें लोयला स्कूल के कोषाध्यक्ष फादर जेरी, जे.एच तारापुर व तारापुर स्कूल के चेयरमेन बेली बोधनवाला व राजेंद्र विद्यालय के महासचिव सीपीएन सिंह का नाम उभर कर सामने आया है। छात्र मोर्चा ने उन तमाम विद्यालय से अनुरोध किया है कि अपने उत्पीड़न को कम करें और छात्रों अभिभावकों व कार्यरत शिक्षकों के प्रति अपनी संवेदना को प्रकट करें और उनके साथ इंसाफ करें। अन्यथा झारखंड छात्र मोर्चा कड़ी निंदा करते हुए इन विद्यालयों का पुरजोर विरोध करेगी। इस मौके पर कोल्हान सचिव पप्पू यादव,जिला अध्यक्ष कृष्णा कुमार कामत,बिपिन शुक्ला, अभिषेक सिंह,पवन कुमार, राजा कुमार पपलू दास व मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।